आदित्यपुर में इंडिका कंपोजिट कंपनी को किया गया सील : लोन नहीं चुकाने पर जिला प्रशासन ने की कार्रवाई
जमशेदपुर: बड़ी खबर जमशेदपुर से जहांआदित्यपुर जियाडा के सेकेंड फेज की कंपनी इंडिका कंपोजिट कपनी सील का कब्जा बैंक ने ले लिया है. दरअसल बैंक का कर्च नहीं चुका पाने के कारण बैंक अधिकारी, तहसीलदार और बड़ी संख्या पुलिस कार्रवाई के लिए पहुंची. मामला बैंक ऑफ बरौदा साकची जमशेदपुर ब्रांच बैंक का है.
मामले में असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर शनि ने बताया कि बैंक से इंडिका कंपोजिट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड ने 2 करोड़ 40 लाख का लोन लिया था. अमानत के तौर पर इस इंडिका कंपोजिट कंपनी के 4-5 पार्टनर की प्रोपर्टी के कागजात रखे हुए थे और किसी कारण बस लोन की क़िस्त जमा नहीं होने दिया. इस बीच कई नोटिस दिए गए. इसके बाद जिला कलेक्टर को संपत्ति कब्जे में लेने के लिए आवेदन किया गया और जब्त मुहैया कराने के लिए लिखा गया था. गुरुवार को तय कार्यक्रम के अनुसार बैंक कब्जा लेने पहुंचे. कार्रवाई के दौरान बैंक के मैनेजर शनि दास सहित ब्रांच अधिकारी, तहसीलदार मनोज सिंह और स्थानीय थाना के वरीय अधिकारी समेत पुलिस फोर्स मौजूद रहे. बैंक का कहना है कि पार्टी यदि पैसा चुका देती तो ये सब करना ही नहीं पड़ता.
इधर कंपनी के प्रोपराइटर ने कहा कि बैंक ऑफ बरौदा के साकची जमशेदपुर ब्रांच के लोग आए हमारी कंपनी को शील करने के लिए जिसका कोई भी इनके पास नोटिस या कागजात नहीं है. कंपनी पर बैंक का लोन है . लेकिन इस कंपनी के 4-5 पार्टनर होने और कुछ अंदरुनी कलह के कारण लोगों ने लोन नहीं दिया था. जिसके चलते कंपनी का केस भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था. जिसे हमने जीत लिया है और हमारे पास कोर्ट का आदेश भी है जिसकी जानकारी जियाडा के निर्देशक औऱ जिले के उपायुक्त को भी दिया हुआ है. फाइल बना कर इसके बाद भी इन लोगों ने कंपनी को सील कर रहे हैं और हम लोगों को बाहर निकाल रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ सरायकेला जिला के उपायुक्त के निर्देशअनुसार गम्हरिया प्रखंड के सीओ के निर्देश पर तहसीलदार मनोज सिंह ने स्थानीय थाना के फोर्स के साथ दल बल के साथ इंडिका कंपोजिट कंपनी को शील कराया है. जिसमे कंपनी के मालिकों एवं अधिकारी के साथ बहस बाजी भी हुई है. जिसमें तहसीलदार मनोज सिंह का कहना है कि हमें आदेश है इसलिए फोर्स के साथ आए हैं.