World Malaria Day 2025 : मलेरिया से सुरक्षा को लेकर राज्य भर में चला विशेषजन जागरुकता अभियान
रांची : विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर 25 अप्रैल 2025 यानि शुक्रवार को मलेरिया से सुरक्षा हेतु विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया गया. विश्व मलेरिया दिवस का उद्देश्य जन समुदाय को मलेरिया से सुरक्षा एवं बचाव के प्रति जागरूक करना और बेहतर स्वास्थ्य के लिए उनका व्यवहार परिवर्तन किया जाना है.
इस वर्ष विश्व मलेरिया दिवस की थीम है-
Malaria Ends With Us: Reinvest, Reimagine, Reiginte.
मलेरिया का अंत हमारे साथः पुनर्निवेश,पुनर्कल्पना,पुनर्जीवन इस थीम का उद्देश्य मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में आवश्यक तथा तत्काल कार्रवाई के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.
इस अवसर पर आज से राजधानी दिल्ली में दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया है,जिसमें विभिन्न राज्यों तथा उन राज्यों के मलेरिया से अति प्रभावित ज़िलों के प्रतिनिधि शामिल हैं.
साथ ही विश्व मलेरिया दिवस आज राज्य भर में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया तथा मलेरिया के निवारण एवं नियंत्रण हेतु अनेक गतिविधियों के द्वारा जन जागरूकता की गई.
मलेरिया से बचाव तथा सुरक्षा हेतु बेहतर कार्य करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को ज़िला स्तर पर पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया.
ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम गोष्ठियों का आयोजन किया गया,प्रभात फेरियाँ,रैलियाँ निकाली गईं,विद्यार्थियों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा मलेरिया से सुरक्षा हेतु सावधानी एवं उपाय किये जाने तथा दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित किये जाने के संकल्प लिए गए. विद्यालयों में क्विज एवं चित्रांकन प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों को जागरूक कर पुरस्कृत किया गया,ताकि उनके माध्यम से उनके परिवार जनों को भी जागरूक किया जा सके.
इसके अलावा मलेरिया उन्मूलन में अर्न्तविभागीय सहयोग हेतु सेमिनार आयोजित किये गए. इस अभियान में मीडिया से सहयोग हेतु सभी ज़िलों में मीडिया वर्कशॉप किये गए. सहिया एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया गया.
समाचार पत्रों में संदेश का प्रकाशन तथा विभिन्न रेडियो चैनलों एवं दूरदर्शन के माध्यम से चर्चा कर मलेरिया के निवारण हेतु प्रचार प्रसार किया गया.
शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थलों पर होडिंग,बैनर,फ्लैक्स,पोस्टर लगाए गए और दीवार लेखन कर लोगों को बताया गया कि छोटी-छोटी सावधानियाँ अपनाकर मलेरिया के बड़े खतरे को आसानी से रोका जा सकता है. मलेरिया के लक्षण यदि दिखाई दे या बुखार हो,तो अपने निकट के सरकारी अस्पतालों में जाएँ,वहाँ जाँच और उपचार की व्यवस्था निःशुल्क है. उपचार के दौरान दवाओं की पूरी खुराक खाना अनिवार्य है. सावधानी ही सुरक्षा है.
मलेरिया नियंत्रण हेतु हमारा राज्य निरंतर प्रयासरत है,जिसके फलस्वरूप वर्ष2023में मलेरिया पी0एफ0के85.05प्रतिशत रोगियों की तुलना में वर्ष2024में82.68प्रतिशत पी0एफ0रागी पाए गए,जो अब पूर्ण उपचारित हैं. वर्ष2023में मलेरिया के कारण दो मौतें हुई थीं,लेकिन वर्ष2024में किसी की मृत्यु नहीं हुई है.
इस प्रकार प्रति वर्ष मलेरिया रोगियों की संख्या में कमी आ रही है, मलेरिया से मृत्यु दर शून्य है और हम धीरे धीरे निरंतर मलेरिया उन्मूलन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.