Bihar : पति हुआ बीमार तो छूटा सात जन्मों का साथ, पत्नी ने तन-मन-धन सब से कर लिया अलग

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When husband becomes ill he loses his companionship for seven births. When husband becomes ill he loses his companionship for seven births.

MUZAFFARPUR :हिंदू धर्म के विवाह संस्कारों में 7 की संख्या का विशेष महत्व रखता है. जैसे सात फेरे, सात शब्द, सात जन्म, इन सभी का हिंदू धर्म में विवाह से गहरा संबंध माना जाता है। यह न सिर्फ दो लोगों का मिलन होता है बल्कि ये जिम्मेदारी निभाना भी सिखाता है लेकिन मुजफ्फरपुर के औराई से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है,जहां पति के बीमार होते ही महिला ने सात जन्मों के रिश्ते तोड़ दिए हैं। पत्नी ने तन-मन-धन सब अलग कर लिया।

बीमार अवस्था में अब बेचारा पति भीड़ भरी इस दुनिया में अकेला है। लगातार सम्पत्ति बंटवारे को लेकर पत्नी विवाद करती रहती है। पूर्वजों की जमीन पर अपना कब्जा भी जमा‌ लिया है। इस मामले को लेकर औराई थानाध्यक्ष से शिकायत की गई है। बताया जा रहा है कि पानापुर गांव के रजनीश की शादी वर्ष 2008 में दरभंगा के बाजिदपुर इलाके में दिव्या से रीतिरिवाज से शादी संपन्न हुई। परिवार सुखी संपन्न था।

रजनीश जिंदल कंपनी में मैनेजर पद पर काम करता था। इस बीच बीते डेढ़ साल से बीमारी का शिकार हो गया। डॉक्टरों ने भी हाथ खड़े करते हुए लीवर ट्रांसप्लांट करने को कहा। इस बीच सात जन्मों का साथ निभाने वाली धर्मपत्नी ने मुंह मोड़ लिया है। यहां चूल्हा चौका भी बंद कर दिया,जिसकी वजह से जिंदगी मौत से बदतर हो चुकी है।

वहीं, इस मामले को लेकर रजनीश ने बताया कि बीमार होने के बाद पत्नी ने खाना-पानी बंद कर दिया है। सही से चल पाना मुश्किल है। सहयोग करने‌ वालों को धमकी और गाली-गलौज करती है। पति की बीमारी से कोई लेना-देना नहीं है। संपत्ति की लालच है। हमारे साथ कब घटना हो जाए, कब मौत के मुंह में समा जाएंगे, यह मुझे भी पता नहीं है।