शादी के लिए दुल्हन की हो रही थी खोज : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करने गये दो दोस्तों के साथ हो गया बड़ा हादसा

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Two youths died due to drowning while taking bath in Ganga on the occasion of Kartik Purnima. Two youths died due to drowning while taking bath in Ganga on the occasion of Kartik Purnima.

HAJIPUR:-बड़ी खबर बिहार के वैशाली जिले से है,जहां कार्तिक पूर्णिमां के अवसर पर घर और परिवार के कल्याण के लिए गंगा स्नान करने गये दो दोस्तों का शव घर लौटा है.,क्योंकि स्नान के दौरान ही दोनो दोस्तों की डूबने से मौत हो गयी.


दो युवकों के डूबने की घटना वैशाली जिले के बिदुपुर थाना के राघोपुर के गोपालपुर गंगा घाट पर हुई है.दोनो युवकों के डूबने के मौत की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मचा हुआ है वहीं गांव में भी मातम का माहौल है.कार्तिक पूर्णिमा के शुभ दिन परिवार और गांव के लोग दोनो युवकों के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहें हैं. वहीं सूचना के बाद पुलिस शव को जब्त कर मामले की छानबीन में जुट गयी है.


मिली जानकारी के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन दोस्त स्नान करने गये थे.तीन दोस्त में से दो की मौत डूबने से हो गई.घंटों बाद स्थानीय मछुआरों ने दोनों दोस्तों के शव को बाहर निकाला।दोनों दोस्त का शव निकलते ही परिवार में कोहराम मच गया।एक मृतक मथुरा गांव के सुरेश दास का 25 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार है जबकि दूसरा बिंदेश्वर राय का 24 वर्षीय पुत्र मंजय कुमार है। घटना के संबंध में परिजनों और लोगों से जानकारी मिली कि मृतक मंजय कुमार और मनीष कुमार दोनों की अच्छी गहरी दोस्ती थी। दोनों की शादी की बात चल रही थी, लेकिन आज अचानक स्नान के दौरान नदी में डूबने से दोनों दोस्तों की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

बताते चलें कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है.ऐसी मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करने से खुद और परिवार क कल्याण होता है.इस अवस पर बिहार समेत देशभर में गंगा घाट पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ आज उमड़ी है.किसी तरह की अनहोनी रोकने के लिए विभिन्न घाटों पर पुलिस,एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की तैनाती की गयी है पर इन दो युवकों के लिए आज का गंगा स्नान जीवन का अंतिम स्नान साबित हुआ.डूबने से दोनो असमय ही ये काल के गाल मे समा गये.सरकार और प्रशासन की कोई भी व्यवस्था इन्हें बचा नहीं सकी.