Bihar : मुजफ्फरपुर के इस पंचायत के मुखिया ने कर दिया कमाल, प्रदेश का बढ़ाया मान, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित
MUZAFFARPUR :है कौन! विघ्न ऐसा जग में, टिक सके आदमी के मग में, खम ठोक ठेलता है जब नर, पर्वत के जाते पांव उखड़। मानव जब ज़ोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है। ये पंक्तियां रामधारी सिंह दिनकर रचित रचना की है।
कवि का कहने का सार है कि इस संसार में ऐसी कोई विपत्ति नहीं जिसका सामना इंसान नहीं कर सकते। कवि कहता है कि यदि मानव हिम्मत करे तो पत्थर से भी पानी निकाल सकता है। यह पंक्ति मुजफ्फरपुर के एक पंचायत के मुखिया पर सटीक बैठता है। इनकी वजह से देश भर में नाम है। सिर्फ नाम ही नहीं बल्कि पंचायतों के मानकों में देश भर में तीसरा स्थान है। उन्होंने ने कम उम्र में पंचायत की तस्वीर बदल डाली हैं।
बेहतर स्वच्छता और सफाई और स्वास्थ्य शिविर को लेकर इन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 11 दिसम्बर को जजुआर मध्य पंचायत के मुखिया सुमन नाथ ठाकुर को दिल्ली के विज्ञान भवन में सम्मानित किया है। राष्ट्रपति से सम्मानित होने पर समस्त ग्रामवासी अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। बकुची चौक पर फूल माला से स्वागत किया गया है। इसके साथ पूरे गांव में मिठाइयां बांटी गई है।
आपको बता दें कि सुमन नाथ ठाकुर एक शिक्षित पंचायत के मुखिया हैं। इन्होने डबल ग्रेजुएट कर रखा है। सरकारी नौकरी में इनकी दिलचस्पी कभी नहीं थी। बिजनेस और ठेकेदार से हमेशा लगाव रहा। पुश्तैनी ईंट भट्ठा उद्योग को 2007 से संभालते चले आ रहे थे। इसके बाद 2011 पहली बार चुनाव लड़े। दूसरी बार में सफलता हासिल की। जिसके बाद सर्वप्रथम इन्होंने बदहाल स्वास्थ्य केन्द्र की सूरत बदल डाली।
वहां पर एक डॉक्टर और एक एएनएम की नियुक्ति भी करायी। इससे सरकार की सभी योजनाओं को समझा और बेहतरीन तरिके से धरातल पर उतारा गया। सरकार की महत्वकांक्षी योजना नल जल योजना से लेकर इस पंचायत की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे से लैस किया गया। इसके साथ उन्होंने पंचायत की स्वच्छता और कचरा रखरखाव पर विशेष पहल की। यहां तक सम्मानित होकर दिल्ली से लौटने के बाद पंचायत वासियों को एक बड़ी सौगात देने का निर्णय लिया है। पंचायत के अंदर एम्बुलेंस की सुविधा रहेगी। जो न्यूनतम राशि में कही भी ले जा सकते हैं।
वहीं, इस मामले को लेकर पंचायत के मुखिया सुमन नाथ ठाकुर ने बताया कि आज मैं जो कुछ भी हूं, इसमें हमारे पंचायत के समस्त ग्रामवासी का योगदान है। मुझे इस काबिल समझा दो बार मौका दिया है। राष्ट्रपति महोदय द्वारा सम्मानित किया गया। गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। बिजनेस से लगाव था। सरकार से जुड़ने के बाद काम करता रहा। हमने कभी सपने में नहीं सोचा था। राष्ट्रपति के सामने जाने का मौका मिलेगा।