छपरा में ज़हरीली शराब का भयावह प्रकोप : डूब रही ज़िन्दगियां
बिहार के छपरा ज़िले में ज़हरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 57 तक पहुंच गई है. अभी सिवान में भी 4 लोगों की मौत हुई है आशंका ज़हरीली शराब का पीना ही बताया जा रहा है. बेगूसराय में भी हुई दो मौतों का कारण ज़हरीली शराब का सेवन ही बताया जा रहा.मसला मसला यह है की जब राज्य में शराबबंदी है तो फिर शराब मिल कैसे रही है. सरकार ने इस मामले की जाँच के लिए SIT का गठन किया है. और दो पुलिस वालों को भी सस्पेंड किया है.
इस मामले में पुलिस ने जिन 126 लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से अभी तक पुलिस ने उनके इस ज़हरीली शराब पीने से हुई मौत से कोई संबंध स्थापित नहीं किया है. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार का कहना है की अभी इन बातों के सामने आने से आगे की करवाई में बाधा हो सकती है.
इस मामले में विपक्ष जिस बात पर सबसे ज़्यादा सरकार को घेर रहा है तो वह है नीतीश कुमार का ये बयान जो उन्होंने ज़हरीली शराब पीने से हुई मौत पर कहा की 'जो पिएगा वो मरेगा, लोगों को ख़ुद सचेत रहना होगा.'
ज़हरीली शराब से हुई इस दर्दनाक मौत का हंगामा जहाँ बिहार विधानसभा में जब से शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई है तब से ही छाया हुआ है, वहीं इस पर बहस संसद के दोनों सदनों में भी देखने को मिली.
पुलिस प्रशासन ने पूरे ज़िले में जिन लोगों पर भी शराब कारोबार में संलिप्त होने का शक है उनके यहां छापेमारी की है और 126 लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
पटना से काशिफ मलिक की रिपोर्ट