स्वच्छ भारत अभियान की खुली पोल : ODF घोषित लेकिन सच्चाई जान हैरान रह जायेंगे आप, देखिये रिपोर्ट
मुजफ्फरपुर : खबर है मुजफ्फरपुर से जहां स्वच्छ भारत अभियान के साथ जमकर मजाक किया गया है। गांव में कुछ एक घरों में शौचालय नहीं रहने के बावजूद गांव को ओडीएफ घोषित (ODF Village) करने की बात तो समझ में आती है, लेकिन जिले का एक ऐसा गांव है जहां आज तक एक भी शौचालय का निर्माण हुआ ही नहीं।
मामला जिले के औराई प्रखंड के बिशनपुर गोखुल पंचायत का है जहां खुले में शौच मुक्त करने के प्रशासन के तमाम दावे धरासाई नजर आ रहे हैं। खुले में शौच मुक्त यानी कि ओडीएफ घोषित कर दिया गया, वहां ग्रामीण आज भी खुले में शौच करने के लिए जा रहे हैं। यहां ग्रामीणों के लिए स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बन चुके है। लेकिन तथाकथित संवेदक द्वारा बनाया गया शौचालय जर्जर दिखाई देने लगा है। ग्रामीणों को स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण के लिए जो 12 हजार की संविदा राशि दी गई वह चालाकी से पंचायत के छुट भैये नेताओं के द्वारा तथाकथित संवेदक को दिला दी गई जिन्होंने जैसे तैसे शौचालय निर्माण कर अपना पल्ला झाड़ लिया।
वहीँ ग्रामीणों का कहना है कि इस शौचालय का निर्माण से हमारी जमीन खराब हो गई है, इसे ध्वस्त कर नया निर्माण करवाना पड़ेगा। आपको बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान के नाम पर ग्राम पंचायत को खुले में शौच मुक्त करने के लिए 12 हजार की लागत से बने शौचालय ग्रामीणों के लिए बनवाए गए थे लेकिन इन शौचालय का उपयोग ग्रामीण करना नहीं चाहते, जिस वजह से यहां से कई शौचालय जर्जर हो गए। गांव में ही ग्रामीण खुले में लोटा लेकर शौच के लिए जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है पंचायत ने उनके यहां शौचालय तो बनवा दिए, लेकिन इतना घटिया किस्म का निर्माण करवाया गया कि निर्माण होते ही क्षतिग्रस्त हो दीवारें गिर गई। खुले में शौच मुक्त करने के प्रशासन के तमाम दावों पर सवालिया निशान लग गया है।
चंदन की रिपोर्ट