सुसाइड : लेवी मांगने का आरोपी युवक ने पुलिस हिरासत में फांसी लगाकर की आत्महत्या
हजारीबाग:बड़ी खबर हजारीबाग से जहां पुलिस हिरासत में लेवी मांगने का आरोपी युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी. सूचना मिलने पर पुलिस के वरीय पदाधिकारी के साथ डॉक्टरों की टीम पहुंची. चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव का शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाकर मेडिकल बोर्ड की गठित तीन चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम किया.
बताया जाता है कि मृतक युवक बड़कागांव का रहनेवाला था. वह आपराधिक घटनाओं को लेकर कई बार जेल जा चुका था. इधर हाल में ही वो जेल से छूटा था.उसके बाद कोयला उत्खनन क्षेत्र में ओएनजीसी एलएंडटी और अन्य कंपनियों से दहशत फैलाकर रंगदारी मांगने का काम कर रहा था. लेवी मांगने को लेकर लगातार मिल रहे शिकायत को लेकर सोमवार की रात एसआईटी ने उसे हिरासत में लिया था.
मुफस्सिल थाना और कोर्रा थाना में हाजत नहीं रहने के कारण सुरक्षा के दृष्टिकोण से सिलवार स्थित पुलिस उपाधीक्षक के कार्यालय में रखा गया था. मंगलवार को उसने गार्ड से शौचालय जाने की बात कही. इसके बाद वह शौचालय में अंदर घुस गया. फिर अंदर से बनियान को फाड़ कर दरवाजा में गांठ लगा ली ताकि कोई अंदर नहीं आ सके. इसके बाद बनियान के रबड़ से सहारा लेकर फांसी से झूल गया. उसके छटपटाने की वजह से शौचालय का कॉन्प्लेक्स टूट गया. इसकी आवाज सुनकर गार्ड भागे भागे आए और संबल से दरवाजा तोड़ा तो देखा कि मृतक अचेत अवस्था में पड़ा है. इसकी सूचना पुलिस के वरीय पदाधिकारी को देने के साथ डॉक्टरों की टीम पहुंचने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. फिर शव को मजिस्ट्रेट सदर अंचल अधिकारी की उपस्थिति में पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया. जहां मेडिकल बोर्ड में गठित तीन चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई.
एसपी मनोज रतन चोथे ने बताया कि इस मामले में न्यायिक जांच की अनुशंसा कर दी गई है. न्यायिक जांच में जो दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. मृतक के विरुद्ध दहशत फैलाकर रंगदारी और लेवी मांगने को लेकर आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे. मृतक पहले माओवादी था बाद में माओवादी संगठन छोड़ने के बाद पीएलएफआई का हार्डकोर कार्यकर्ता बनकर कोयला उत्खनन क्षेत्रों में दहशत फैलाकर रंगदारी वसूलने का काम कर रहा था. इधर मंगलवार रात मृतक के परिजन हजारीबाग एचएमसीएच पहुंच कर जांच की मांग करने लगे. वहीं मामला बढ़ता देख बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिजनों को समझाने बुझाने और उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया.