सिमडेगावासियों को करोड़ों की सौगात : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन खतियानी जोहार यात्रा के तहत राज्य सरकार की उपलब्धियों को उपस्थित लोगों को बताया
सिमडेगा: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आज खतियानी जोहार यात्रा के तहत सिमडेगा के अलबर्ट एक्का स्टेडियम पहुंच कर सभा को संबोधित किया. कार्यक्रम स्थल परमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का परंपरागत तरीके से भव्य स्वागत किया गया. मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी मंच पर मौजूद रहे. सीएम नेराज्य सरकार की उपलब्धियों को सभा में उपस्थित लोगों को बताया.
शहर के अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में जेएमएम द्वारा आयोजित खतियानी जोहार यात्रा के दौरान जहां मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की उपलब्धियों को गिनाया . वहीं भाजपा को खूब आड़े हाथों लिया. कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सीएम हेमन्त सोरेन ने कहा कि भारत सरकार ने हमारा 1.36 लाख करोड़ रुपये रखा हुआ है. अभी तक झारखंड को 8.5 लाख आवास की स्वीकृति नहीं मिली. हम आपके बीच से आए हुए लोग हैं.हम जो कहते हैं,वो करके दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड पहला राज्य जो अपने बच्चों को विदेश पढ़ने के लिए भेज रहे.
सीएम ने कहा कि अगर हमारी सरकार रही,तो हम भी यहां पर वर्ल्ड कप कराएंगे. ओड़िशा में वर्ल्ड कप का आयोजन किया जा रहा है. गुजरात और महाराष्ट्र आगे चला गया,झारखंड पीछे क्यों रह गया. ओड़िशा उड़िया लोग चला रहा,बंगाल बंगाली लोग चला रहा.इस वजह से विकास हो रहा है. अब झारखंड को यहां के लोग चलाएगा,तो यहां का विकास हुआ. किसी आदिवासी को इन लोगों ने पांच साल तक मुख्यमंत्री नहीं रहने दिया. छत्तीसगढ़ का व्यक्ति आकर पांच साल तक मुख्यमंत्री रहा,लूट कर चला गया. सीएम ने कहा कि पहली बार खिलाड़ी बच्चियों को सीधा सरकारी नौकरी देने का कानून हमने बना दिया.
अब पंचायत में खेल का मैदान बन रहा,प्रखंड में स्टेडियम बनाया जा रहा. अभी मुख्यमंत्री फुटबॉल कप का आयोजन किया,जिसमें 80 हजार बच्चों ने भाग लिया. अगर हम अपने फैसलों की बात करने लगे,तो समय कम पड़ जाएगा. इस यात्रा से ऐसा माहौल बनेगा,जो इस राज्य को कोसते थे,उनके भागने का मौका आ जाएगा.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कामचोर अधिकारियों को चेताया. बोले–जो लोग लापवाही करेगा,उसको घर बैठाने का काम करेंगे. अधिकारियों को अब सचेत होकर काम करना पड़ेगा. कल हम चाईबासा में अधिकारियों से विकास के कामों की जानकारी लेंगे. विपक्षियों को अब झारखंड से हमेशा के लिए खत्म कर देना है. ये लोग आदिवासियों को आपस में लड़ाने का काम करता है. सभा में देर से आने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने क्षमा मांगी.