शेरसिंगा जंगल में रक्षाबंधन कार्यक्रम : डीसी एवं डीएफओ समेत कई ग्रामीणों ने पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांध कर जंगल बचाने का लिया संकल्प

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कोडरमा : जंगलों की रक्षा के संकल्प के साथ कोडरमा के सुदूरवर्ती शेरसिंगा जंगल में रक्षाबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डीसी आदित्य रंजन और डीएफओ सूरज कुमार सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे. ग्रामीणों ने जंगल के बीचो-बीच बने वेदी पर विधि विधान से वन देवी की पूजा अर्चना की और जंगल बचाने का संकल्प लिया.

शेरसिंगा जंगल में मौजूद अधिकारियों ने वृक्षों में रक्षा सूत्र बांधकर उसके रक्षा का संकल्प लिया. वहीं शेरसिंगा के ग्रामीणों ने भी जंगल में लगे पेड़ों की रक्षा करने का संकल्प लिया और पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधा.

आपको बता दें कि पिछले 15 सालों से वृक्षों की रक्षा के संकल्प के साथ रक्षाबंधन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है और अब तक कोडरमा जिले में 90 जंगलों को इस कार्यक्रम के तहत संरक्षित और सुरक्षित किया जा चुका है. कोडरमा के शेरसिंगा जंगलों में पहली बार रक्षाबंधन का यह कार्यक्रम आयोजित किया गया.

इस मौके पर मौजूद लोगों ने पर्यावरण को सुरक्षित रखने व जंगलों की रक्षा करने का संकल्प लिया. ग्रामीणों ने अब तक पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए जाने के लिए 1 मिनट का मौन धारण भी किया. बताते चलें कि इन गांव के ग्रामीण खुद वनों की रक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आए थे. डीसी आदित्य रंजन ने कहा कि ग्रामीणों के संकल्प के बाद निश्चित तौर पर इन जंगलों को सुरक्षित और संरक्षित किया जाएगा.साथ ही हर वर्ष त्योहार के रूप में लोग इन जंगलों में पेड़ पौधों को रक्षा सूत्र बांधकर उनकी रक्षा का संकल्प लेंगे और इस अभियान में गांव के सभी लोगों की सहभागिता दिख रही है. वहीं डीएफओ सूरज कुमार सिंह ने कहा कि वनों की कटाई रोकने के लिए लोगों को जंगल के प्रति अपनापन का एहसास होना जरूरी है और लागातार लोग इसके लिए आगे आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि वनों की सुरक्षा के लिए रक्षाबंधन कार्यक्रम काफी अहम साबित हो रहा है.


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