शराब माफियाओं पर भारी ड्रोन : पुलिस प्रशासन को चकमा देना अब नहीं आसान
DESK : सूबे में शराब बंदी कानून को सख्ती से पालन करवाने के लिए सरकार हर जतन कर रही है चाहे कानून में सख्ती का प्रावधान हो जागरूकता कार्यक्रम की बात हो तमाम प्रयास किये जा रहे है लेकिन शराब के धंधे से जुड़े लोग पुलिस और प्रशासन को चकमा देने का कोई न कोई तरीका निकल ले रहे है। एक ओर लगातार अवैध शराब के धंधेबाज़ पकडे जा रहे है गिरफ्तारियां हो रही है शराब की बरामदगी हो रही है।
वही दूसरी ओर शराब माफिया और धंधेबाज़ अपने धंधे को अंजाम तक पहुचाने के लिए प्रशासन से एक कदम आगे रहने के लिए लगातार लगे रहते है, जिससे पुलिस के सामने नित्य नई चुनौतिया खड़ी हो जाती है। लेकिन ताज़ा मामला जो गंगा दियारा का है उसे देखने से ऐसा लगता है की पुलिस को शराब माफियाओं पर नकेल कसने में थोड़ी आसानी होगी। दरअसल इस तस्वीर में जहां कई किलोमीटर में गंगा नदी के किनारे अवैध शराब की भट्ठियां चल रही हैं,और शराब बनाने वाला और कोई नहीं भारी संख्या में वहां महिलाएं मौजूद हैं जो आराम से शराब बना रहे हैं और शराब का गैलन लेकर जा रहे हैं.हालांकि कुछ देर के बाद इन लोगों को इस बात की जानकारी हुई कि कुछ प्रशासनिक चहल पहल है, तो किस तरीके से वहां से शराब बनाने वाली महिलाएं भागने लगी ।
हजारों लीटर शराब बरामद किया गया दर्जनों भट्ठियों को वहां से नष्ट किया गया है. लेकिन सवाल है कि इतनी बड़ी संख्या में शराब वहां बन रहा है और स्थानीय पुलिस को पता कैसे नहीं है,सवाल सीधा है कहीं न कहीं किसी की मिलीभगत तो नहीं है. हालांकि पिछले कुछ दिनों की बात करे तो पुलिस ने जो अलग अलग तरीके से तस्करी के मामलों का खुलासा किया है उससे तस्करों पर नकेल कसने में आसानी होगी।पिछले 4 फरवरी की बात करे तो बिहार के अलग अलग जगहों से ऐसे ही मामले सामने आये।
बेगूसराय से की एक तस्वीर सामने आई जिसमे सुधा दूध पहुँचाने वाली गाड़ी से 100 कार्टन शराब बरामद किये गए दूध वाहन के भीतर कैरेट में शराब छिपाई गई थी इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है,वही दूसरी तस्वीर गोपालगंज से आई है जिले के कुचायकोट के पोखरभिंडा में एक शराब तस्कर बदन पर सेल्लो टेप चिपकाकर कर शराब की तस्करी कर रहा था इसके शरीर और बाइक से 350 पीस शराब बरामद की गई। तीसरी तस्वीर मुंगेर से है जहां ई रिक्शा में छिपाकर 60 लीटर देसी शराब ले जाई जा रही थी जिसे पुलिस ने बरामद किया साथ ही तीन लोगो को गिरफ्तारी भी हुई.
वही 5 फरवरी को भी शेरघाटी अनुमंडल के बाराचट्टी थाना क्षेत्र के अंजनिया कार्ड गांव में एंटी लिकर टास्क फोर्स के द्वारा ड्रोन कैमरा का उपयोग कर शराब माफियाओं के द्वारा चलाई शराब की दर्जनों शराब भट्ठियों को ध्वस्त किया गया वही ढाई हजार किलो जावा महुआ फूल को भी मौके पर नष्ट किया गया.
हालांकि बिहार में शराब माफिया सरकार के साथ आँख मिचौनी खेलने का पूरा प्रयास कर रही है लेकिन पुलिस प्रशासन भी इन शराब के धंधेबाज़ों के साथ तू डाल डाल मैं पात पात की कहावत को चरितार्थ करती दिख रही है,कुल मिलाकर देखा जाए तो ड्रोन से शराब माफियाओं पर नकेल कसने की कवायद रंग लाती दिख रही है लेकिन ज़रुरत है वैसे इलाको में स्थानीय प्रशासन को सजग और सतर्क होने की ताकि इस अवैध धंधे पर रोक लगाने में मदद मिले।
अमित सिंह की रिपोर्ट