सरकार की स्वास्थ्य सुविधा लचर : स्थानीय अस्पताल में डॉ. उपलब्ध नहीं रहने व पैसे के अभाव में बीमार शख्स का ग्रामीण चिकित्सक ने किया इलाज
सरायकेला : खबर है सरायकेला की जहां चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के खड़िया बस्ती के एक युवक की तबीयत बिगड़ने पर पेड़ के नीचे स्थानीय चिकित्सक से इलाज कराया गया. व्यक्ति 1 सप्ताह से बीमार था. परिवार के लोग पहले बीमार युवक को बिरीगोड़ा उपस्वास्थ्य केंद्र लाया. वहां डॉ. उपलब्ध नहीं होने की वजह से भीषण गर्मी में पेड़ के नीचे स्थानीय चिकित्सक से मजबूरन इलाज कराया. इलाज के बाद युवक स्वस्थ है.
बता दें कि चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के आसनवनी पंचायत के दलना जंगल की तराई में बसे खड़िया बस्ती के आदिम जनजाति समुदाय के सुखलाल पहाड़िया की तबीयत बिगड़ने पर परिवार के लोग बिरीगोड़ा उपस्वास्थ्य केंद्र में ड्राकटर उपलब्ध नहीं होने के कारण पहाड़िया का इलाज महूआ पेड़ के नीचे चिकित्सक एस.एन मुर्मू से इलाज कराया.
एक तरफ सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने के लिए लाखों रुपये खर्च करती है. कई बड़े बड़े अस्पताल खोले जाते हैं. बड़ी संख्या में डॉ. और मेडिकल स्टाफ रखते हैं. वहीं दूसरी ओर गरीब लोगों का समय पर इलाज नहीं होना बहुत दुर्भाग्य की बात है. पैसे के अभाव और भीषण गर्मी में एक सप्ताह से बीमार सुखलाल पहाड़िया 20 किलोमीटर दूर चांडिल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाना उचित नहीं समझा. इसीलिए वे गांव के ही स्थानीय डॉ. से इलाज कराया. आज गांव के लोगों को सरकारी स्वास्थ्य केंद्र की अपेक्षा ग्रामीण आर एम पी चिकित्सक के बल पर ही जिंदा रहने में सक्षम महसूस हो रही है.
चांडिल प्रखण्ड अंतर्गत आसनबनी पंचायत के पहाड़धार के निवासी आदिम जनजाति समुदाय के सुखलाल पहाड़िया को गरीबी की वजह से ग्रामीण चिकित्सक से इलाज कराने पर स्वास्थ्य लाभ मिला. आज भी गांव के गरीब असहाय लोग ग्रामीण चिकित्सक के बल पर ही जिंदा है. गांव में बेहतर स्वास्थ्य बहाल में ग्रामीण चिकित्सक की भूमिका अहम है. राज्य सरकार द्वारा अगर ग्रामीण चिकित्सक को समय समय पर प्रशिक्षण दिया जाय तो सरकारी डॉ. की अपेक्षा ये काफी कारगर सिद्ध हो सकता है.