सम्राट चौधरी बनें बिहार के डिप्टी CM : लिया शपथ, जानें कैसा रहा अब तक का राजनीतिक सफर
पटना : बिहार में एनडीए गठबंधन नई सरकार ने शपथ ले लिया है। नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में 9वीं बार शपथ लिया। वहीं बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बिहार के डिप्टी CM के रूप में शपथ लिया है। सम्राट चौधरी मूल रूप से मुंगेर जिला के तारापुर निवासी हैं। वहीं बिहार के डिप्टी CM बनते ही तारापुरवासियो के बीच में गजब का उत्साह एवं खुशी देखी जा रही है।
सम्राट चौधरी का राजनीतिक करियर
कोइरी (कुशवाहा) समाज से आनेवाले 54 वर्षीय सम्राट चौधरी का राजनीतिक करियर साल 1999 में शुरू हुआ। चौधरी ने 27 मार्च 2023 को औपचारिक रूप से बिहार के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया था। बिहार विधान परिषद में बीजेपी के पूर्व नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं। वे बिहार के एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से हैं। 6 साल पहले बीजेपी में शामिल हुए थे। सम्राट चौधरी बिहार में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने के कदम को लव(कुर्मी) और कुश (कुशवाहा) वोटों को साधने के प्रयास के रूप में देखा गया।
लालू,नीतीश और मांझी सरकार में रहे मंत्री सम्राट चौधरी पहले लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी और नीतीश कुमार की जेडीयू दोनों से जुड़े रहे। साल 2017 तक वह बीजेपी में शामिल हो गए, जो कुछ ही समय बाद नीतीश कुमार के साथ जुड़ गई। चौधरी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पिछली एनडीए सरकार के दौरान पंचायती राज मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
मुंगेर जिले के तारापर प्रखंड के एक छोटे से गांव लखनपुर में जन्मे सम्राट चौधरी के परिवार का राजनीतिक बैकग्राउंड रहा है। उनके माता-पिता भी एक राजनीतिज्ञ रह चुके हैं। उनके पिता का नाम शकुनी चौधरी है और वे बिहार में कई बार सांसद और विधायक के साथ -साथ बिहार विधान सभा के उपाध्यक्ष एवं मंत्री के पद पर रह चुके हैं। उनके के पिता अनुभवी राजनीतिज्ञ शकुनी चौधरी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के करीबी रहे। वह समता पार्टी के संस्थापकसदस्य भी रहे, जिससे मूल रूप से नीतीश कुमार जुड़े थे। सम्राट चौधरी की मां पार्वती देवी तारापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुकी हैं।