बिहार में स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने पर जोर : परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने CNG सेमिनार का किया उद्घाटन

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पटना: सीएनजी के उपयोग को प्रोत्साहित करने एवं वाहनजनित प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से परिवहन विभाग द्वारा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड (PNGRB)के सहयेाग से बुधवार को होटल मौर्या में एक दिवसीय राज्य स्तरीय सीएनजी सेमिनार का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में वाहन निर्माता कंपनी,सीएनजी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी,विभिन्न ऑयल कंपनी,पर्यावरण विशेषज्ञ,संबंधित स्टेकहोल्डर डिपार्टमेंट के प्रतिनिधियों एवं ट्रांसपोर्टरों ने भाग लिया. इसका उद्घाटन अपर मुख्य सचिव,परिवहन विभाग मिहिर कुमार सिंह ने की.

बीएसआरटीसी सहित अन्य बस स्टैंडों पर स्थापित किये जायेंगे सीएनजी स्टेशन

अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन के वाहनों को आसानी से सीएनजी उपलब्ध हो इसके लिए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम सहित अन्य बस स्टैंडों पर भी सीएनजी स्टेशन स्थापित किये जायेंगे. सीएनजी को प्रोत्साहित करने के लिए परिवहन विभाग द्वारा हर संभव सहयोग किया जायेगा.

पीएनजी एवं सीएनजी को बढ़ावा देने के लिए चलाया जायेगा जागरुकता अभियान

उन्होंने बताया कि घरेलु उपयोगकर्ताओं के बीच पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG)को बढ़ावा देने के लिए एवं वाहनों मेंCNGके उपयोग के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किये जाने की आवश्यकता है. अधिक से अधिक लोग जागरुक हो सकें, इसके लिए बिजली विभाग के उपभोक्ता डाटाबेस का उपयोग कर इन प्रचार अभियानों को लक्षित और प्रभावी बनाया जा सकता है.

प्राकृतिक संसाधनों का होगा संरक्षण

नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर सचिव विजय प्रकाश मीणा ने कहा कि राज्य सरकार अपशिष्ट प्रबंधन को सर्कुलर इकोनॉमी के मॉडल में परिवर्तित करने की दिशा में कार्य कर रही है,जिसका उद्देश्य कचरे से संसाधन की अवधारणा को साकार करना है. इस पहल से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होगा एवं ऊर्जा की बचत होगी.

भविष्य का ईंधन है सीएनजी: राज्य परिवहन आयुक्त

राज्य परिवहन आयुक्त,बिहार आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि इस सेमिनार का उद्देश्य राज्य में वैकल्पिक,पर्यावरण-अनुकूल ईंधनों विशेषकरCNG (Compressed Natural Gas)को बढ़ावा देना तथा इससे संबंधित नीतियों,चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा करना था. वर्तमान परिवेश में नेचुरल गैस को प्रोत्साहित करना पर्यावरण के लिए आवश्यक है. सीएनजी भविष्य का ईंधन है. राज्य सरकार इसे प्रोत्साहित करने की दिशा में प्रत्यनशील है.

पॉलिसी व इनफ्रास्ट्रक्चर पर प्रस्तुति

खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा बिहार कीCity Gas Distribution (CGD) पर प्रस्तुति दी गई. इसके बाद तेल कंपनियों द्वारा संयुक्त प्रस्तुति दी गई,जिसमें भविष्य की योजना,वर्तमान स्थिति एवं अवसंरचना निर्माण में आ रही चुनौतियों पर विस्तार से बताया गया. मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के प्रतिनिधि ने सीएनजी वाहनों के तकनीकी पक्ष और लाभों पर प्रस्तुति दी.

मार्च 2026 तक राज्य में 252 नए सीएनजी स्टेशन

महाप्रबंधक,गेल द्वारा बताया गया कि राज्य में स्वच्छ ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में,बिहार के सभी 38 जिलों को अब सीएनजी नेटवर्क से जोड़ दिया गया है. वर्तमान में राज्य में 197 सीएनजी स्टेशन संचालित हो रहे हैं,जबकि आगामी छह महीनों में 55 नए स्टेशन शुरू किए जाएंगे. सीएनजी की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु सिलेंडर परीक्षण इकाइयों को भी सक्रिय किया गया है. स्वच्छ परिवहन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से अब तक 1.5 लाख से अधिक ऑटो और 1200 से अधिक सीएनजी बसें चल रही है.

इस मौके पर अंजनी कुमार तिवारी, सदस्य, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड, डॉ. नीरज नंदन, सदस्य सचिव, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद, प्रवीण कुमार, अपर सचिव, परिवहन विभाग, अतुल वर्मा, बीएसआरटीसी प्रशासक, कृत्यानंद रंजन, संयुक्त सचिव, उपसचिव अरुणा कुमारी, अर्चना कुमारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे.

पटना से राजीव रंजन की रिपोर्ट--