साहेबगंज में पेयजल समस्या को लेकर सड़क जाम : जिला प्रशासन के आश्वासन पर पहाड़िया ग्रामीणों ने घंटों बाद हटाया सड़क जाम

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साहेबगंज : खबर है झारखंड के साहेबगंज की जहां जिले में सब कुछ होने बाद भी क्षेत्रों के ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहा है. यहां जिले के बोरियो अंचल क्षेत्र के चंपा पहाड़ पर बसे कई पहाड़िया बस्ती के सैकड़ों आदिवासी पहाड़िया पानी की समस्या से महीनों से जूझ रहा है. पानी की समस्या के स्थाई समाधान की मांग को लेकर चंपा पहाड़ पर अवस्थित गांवों के ग्रामीणों ने चंपा पहाड़ गांव के पास साहेबगंज-गोविंदपुर मुख्य पथ को ग्रामीणों ने जाम कर दिया. मौके पर जिला प्रशासन ने पेयजल समस्या को जल्द से जल्द दूर करने का आश्वासन दिया.

मुख्य पथ को जाम करने में ज्यादा तर आदिवासी पहाड़िया समाज की महिलाएं अपने बाल बच्चों के साथ खाली बर्तन, हड़िया डेक्ची लेकर बैठे नजर आई. मुख्यपथ को जाम होने से छोटे बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई.

वहीं साहेबगंज गोविंदपुर मुख्यपथ को जाम करने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और जाम को हटाने में जुट गए. वहीं पानी की समस्या को देख पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता गोविंद कच्छप और बीडीओ टुडू दिलीप भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीण क्षेत्र में पानी की समस्या को जल्द से जल्द दूर करने का आश्वाशन दिया. परंतु ग्रामीणों ने पदाधिकारियों की बातों को सुनने को तैयार नहीं थे.


वहीं सड़क जाम के क्रम में मीडिया से बातचीत के दौरान ग्राम प्रधान गंगू पहाड़िया ने बताया एक तरफ बारिश नहीं होने के कारण खेतों में सुखाड़ की मार झेल रहा है, तो दूसरी ओर यहां के ग्रामीण पीने का पानी की समस्या से भी जूझ रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर कई बार उपायुक्त साहेबगंज, बोरियो बीडीओ व कार्यपालक अभियंता के समक्ष पानी की मांग को लेकर गुहार लगा चुके हैं ;लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. आखिरकार बाध्य होकर हमलोगों ने प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस समस्या की ओर आकृष्ट करने के लिए साहेबगंज गोविंदपुर पथ में आवागमन अवरुद्ध कर दिया है.

वहीं कई अन्य ग्रामीणों ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा टैंकर से पानी भेजना शुरू किया गया,परंतु एक बार टैंकर आने के बाद फिर दोबारा अगले महीने ही पानी नसीब होता है,तो हम सभी अपना जीवन यापन कैसे करें. बताया कि इस पहाड़ी क्षेत्र में चार सौ से ज्यादा गांव है,जिसमें 50 गांव में पानी उपलब्ध है. बाकी के गावों में पानी की भारी किल्लत है. लोगों को कई किलोमीटर दूर झरना से पानी लाना पड़ता है. वहीं बताया कि पहाड़ी क्षेत्र में अंधाधुन पत्थर खनन करने से क्षेत्र के कई झरना से पानी का स्रोत समाप्त हो गया है. कई झरना सुख गया. इस पर जिला प्रशासन ने कोई पहल नहीं किया,जिसका मार यहां के आदिवासी ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है.

इधर सड़क को जाम से मुक्त कराने पहुंचे पेय जल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता गोविंद कच्छप ने ग्रामीणों को आश्वाशन देते हुए कहा कि आज ही क्षेत्र में पानी की समस्या को दूर करने के लिए डिप बोरिंग कराया जाएगा. जिसको लेकर डिप बोरिंग वाहन को बुलाने का आदेश दिया गया. वहीं बीडीओ बोरियो व कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा मिले आश्वासन के बाद ही पहाड़िया ग्रामीणों ने कई घंटे की जाम के बाद मुख्यपथ को जाम मुक्त किया. तब जाकर राहगीरों ने आवागमन में राहत की सांस ली.


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