'बेटे को बनाउंगी काबिल, दिलवायेगा इंसाफ' : दुष्कर्म पीड़िता कुंवारी मां मांग रही इंसाफ, 5 साल बाद भी नहीं मिला न्याय
मुजफ्फरपुर : 'मैं कुंवारी मां बनी हूं और होनेवाली परेशानी का मुझे अहसास है। मैं बच्चे का पालन-पोषण कर उसे काबिल इंसान बनाऊंगी। ताकि, वह समाज के दुश्मनों से लड़ सके और घिनौना काम करने वालों के खिलाफ बेसहारा की आवाज बन सके। सुनने में शायद आपको फिल्मी लग रहा होगा। लगे भी क्यों नहीं? जिस नाबालिग ने जिसने ठीक से दुनिया नहीं देखी,किसी के हवस के शिकार होकर समाज में किसी के मुंह दिखाने के लायक ना रहे। दर-दर की खानी पड़े। उसके साथ क्या बीत रही होगी यह आप अंदाजा लगा सकते हैं।'
दुष्कर्म पीड़िता अपने 5 साल के बच्चें को लेकर कुंवारी मां इंसाफ के लिए दर दर की ठोकर खा रही है। कही से कोई इंसाफ की किरण नही दिखाई दे रही है। यह सनसनी खेज वारदात मुजफ्फरपुर जिले के कटरा इलाके से सामने आई है। जहां वर्ष 2019 में महिला थाने में मामला दर्ज हुआ। मोहम्मद शोएब और मोहम्मद मकबूल को आरोपित की गई।
बताया जा रहा है। मस्जिद में मौलाना के लिए हर घर से खाना जाया करता थी। वर्ष 2019 में 16 जनवरी को रात्रि 9 बजे नाबालिग खाना लेकर मस्जिद पहुंची। उस दौरान हवसी दरिंदें ने पानी भरे गिलास नशे की गोली मिला दी। जिससे वह बेहोश हो गई। जिसके बाद मौलाना ने दुष्कर्म किया। यह सिलसिला कई दिनों तक जारी रहा। विरोध करने पर पैसे देकर चूप करा दिया जा रहा था. कुछ दिन बाद वह गर्भवती हो गई। उलटी होना शुरू हो गया। इस बात की जानकारी परिजनों को दी।
कई बार पंचायती कर मामले का निपटारा करने की कोशिश की। लेकिन समाज के ठेकेदारों ने इंसाफ करने के बजाय उलटा कोसना ही शुरू कर दिया। जिसके बाद 3 जुलाई 2019 में महिला थाने में मामला दर्ज किया गया। मौलाना मोहम्मद मकबूल और गांव के ही मोहम्मद शोएब को आरोपित की गई। उस बीच धीरे-धीरे समय बीतता चला गया। जिसके बाद वह एक बच्चें को जन्म दे दी। वही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मौलाना मोहम्मद मकबूल और मोहम्मद सोएब दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जिसके बाद बच्चें और मौलाना की डीएनए टेस्ट करवाया गया। जहां सही पाया गया। फिलहाल मौलाना जमानत पर बाहर हैं। वह पहले से शादीशुदा हैं और तीन बच्चों का बाप है। सीतामढ़ी जिले के बघाड़ी गांव का रहने वाला है। और वह कटरा के मस्जिद में इमाम के रूप में कार्यरत था। घटना के पुरे 5 साल अधिक हो चुका है। आज भी इंसाफ को लेकर टकटकी लगाए हुई है। 5 साल के बाद भी इंसाफ ना मिल पाना प्रशासन पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। फिलहाल अब देखना है कब तक कानुन इंसाफ दिला पाती है या कुंवारी मां अपने बेटे को दुश्मनों से लड़ने और बदला लेने के लिए काबिल बनाऐगी.