राज्यपाल ने देवघर में किया पुस्तक मेला का उद्घाटन : कहा-डिजिटल युग में नौजवानों में पुस्तक पढ़ने की कम रुचि चिंता का विषय
देवघर : बाबानगरी देवघर के बीएड कॉलेज मैदान में 22 वां पुस्तक मेला आयोजित हो रहा है. झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने शनिवार को 10 दिनों तक चलने वाली इस पुस्तक मेला का उद्घाटन किया. इस मौके पर सांसद निशिकांत दुबे, पद्मश्री गोपाल जैन,बहुभाषाविद सुमित कुमार मुखर्जी,नार्थ ईस्ट में हिन्दी प्रसारक फिल्मेका मारबानियांग सहित डीसी,एसपी और पुस्तक मेला आयोजक मौजूद रहे. उद्घाटन के दौरान मंच से कई पुस्तकों का विमोचन भी किया गया. मंच से सभी अतिथियों ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, उद्योगपति रतन टाटा,लोक गायिका शारदा सिन्हा औऱ पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की. पुस्तक मेला में देश के नामी गिरामी प्रकाशकों की स्टॉल भी लगी है.
डिजिटल युग मे नौजवानों में पुस्तक पढ़ने की रुचि कम होना चिंता का विषय-राज्यपाल
देवघर में आयोजित पुस्तक मेला का उद्घाटन करने के बाद झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि जब भी उन्हें समय मिलता है वे पुस्तक अवश्य पढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि पुस्तकों के पढ़ने में जो गहरी ज्ञान प्राप्त होती है वैसा ज्ञान कहीं उपलब्ध नहीं होगा. लेकिन डिजिटल युग में नौजवानों में पुस्तकों के पढ़ने में कम होती रुचि चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि जो सक्षम नहीं हैं उनके लिए ज्ञान प्राप्त करने के लिए लाइब्रेरी बेहतर स्थान होता है. इसलिए नौजवानों को लाइब्रेरी का लाभ प्रतिदिन अवश्य लेना चाहिए. राज्यपाल ने इस तरह के पुस्तक मेला का आयोजन करने वालों को बधाई देते हुए अगली बार से और वृहत पैमाने पर आयोजित करने की बात की. राज्यपाल ने सांसद निशिकांत दुबे का पुस्तकों के प्रति रुचि रखने के कायल हुए.
अंबेडकर लाइब्रेरी पूरे संताल परगना में स्थापित करने में जितना रुपया खर्च होगा वो सांसद उपलब्ध करायेंगे
पुस्तक के प्रति रुचि और नई पीढ़ी को गहरी ज्ञान उपलब्ध हो इसके लिए लाइब्रेरी काफी है. गोड्डा लोकसभा क्षेत्र ही नहीं पूरे संताल परगना प्रमंडल में अंबेडकर पुस्तकालय खोलने और उसमें रखी जाने वाली पुस्तकों का खर्च सांसद निशिकांत दुबे उपलब्ध करायेंगे. देवघर पुस्तक मेला के उद्घाटन के अवसर पर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि पुस्तकों से सभी को प्रेम करना और पढ़ना चाहिए. इसलिए करोड़ों रूपये पुस्तकालय में उपलब्ध कराने का यह घोषणा निशिकांत दुबे ने की.