ये कैसा खुलासा? : तनिष्क शोरूम लूटकांड में खुद की पीठ थपथपा रही पूर्णिया पुलिस, सोने का एक टुकड़ा भी नहीं हुआ बरामद, बेउर जेल से रची गयी थी साजिश

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Purnia police patting itself on the back in Tanishq showroom robbery case Purnia police patting itself on the back in Tanishq showroom robbery case

PURNIA :पूर्णिया के लाइन बाजार में दिनदहाड़े तनिष्क ज्वैलरी शोरूम में हुई करोड़ों की डकैती मामले का पूर्णिया पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने कहा कि अबतक पुलिस ने 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में अभिमन्यु सिंह, राहुल श्रीवास्तव, अपराधी चुनमुन झा का भाई आनंद झा और बमबम यादव शामिल हैं।

ये कैसा खुलासा?

गिरफ्तार अपराधियों के पास से दो देसी कट्टा, तीन बाइक, तीन कारतूस, 4 मोबाइल और जला हुआ कपड़ा और सामान का अवशेष बरामद हुआ है । एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने कहा कि 26 जुलाई को तनिष्क में 7 अपराधियों ने 3 करोड़ 70 लाख रुपये के हीरे और सोने के जेवरात की डकैती की थी। उसमें मुख्य सरगना नालंदा निवासी सुबोध सिंह, वैशाली का प्रिंस और पूर्णिया सरसी का कुख्यात अपराधी बिट्टू सिंह ने बेउर जेल में इस डकैती की साजिश रची थी।

बेउर जेल से रची गयी थी साजिश

उन्होंने बाहर के अपराधियों को हायर किया था। इन अपराधियों को अररिया के एक लॉज में डॉ. गोपाल झा के यहां भाड़े पर कमरा लेकर एक माह तक रखा गया था। वहां से पूर्णिया आकर उसने कई दिनों तक रेकी की थी। लंबे समय तक रेकी के बाद अपराधियों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया था। उन्होंने कहा कि सुबोध सिंह नालंदा जिला का है और वह देश का सबसे बड़ा सोना लूटकांड का माफिया है। वह अब तक कई राज्यों में अरबों रुपये के आभूषण की डकैती कर चुका है।

फिलहाल वह बंगाल पुलिस के रिमांड पर है। वहीं, सरसी निवासी अनिकेत सिंह उर्फ बिट्टू सिंह का बेउर जेल में उनसे संपर्क हुआ था। वहीं, पर सुबोध सिंह, प्रिंस और बिट्टू सिंह ने इस लूटकांड की साजिश रची थी। डकैती के बाद सभी अपराधी बंगाल और नेपाल की ओर फरार हो गए हैं। एसपी ने कहा कि STF और जिला पुलिस की 10 टीमें अलग-अलग जगह पर छापSमारी कर रही है। उम्मीद है जल्द ही इन लोगों की भी गिरफ्तारी हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि अररिया के पलासी थाना क्षेत्र के मजलिसपुर निवासी चुनमुन झा समेत सभी डकैतों की पहचान कर ली गई है। चुनमुन झा मास्क लगाकर डकैती में शामिल था। उसके अलावा अन्य अपराधी, जो बाहर के थे, वह बिना मास्क लगाए हुए थे। सभी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

खुद की पीठ थपथपा रही है पूर्णिया पुलिस

लेकिन ऐसा लगता है कि पूर्णिया पुलिस इस मामले में खुद की पीठ अधिक थपथपा रही है क्योंकि चोरी किए गये आभूषण का एक टुकड़ा बरामद नहीं हुआ है। पुलिस इसे सफल उद्भेदन करार दे रही है। आश्चर्य इस बात का है कि पूर्णिया में दिनदहाड़े करोड़ों के सोने की चोरी हुई है....न किसी बाइक की चोरी हुई है। पुलिस के मुताबिक 3 करोड़ 70 लाख रुपये के आभूषण की चोरी हुई थी लेकिन वो अबतक बरामद नहीं हुआ है। फिलहाल इस मामले को लेकर शहर के सर्राफा व्यापारियों में दहशत है।