Bihar : प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' में जीविका द्वारा संचालित पौधरोपण अभियान की प्रशंसा की
PATNA : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में बिहार की जीविका दीदियों द्वारा शुरू किए गए अनोखे अभियान 'एक पेड़ मां के नाम' की विशेष रूप से चर्चा की। जीविका द्वारा क्रियान्वित हरित जीविका, हरित बिहार एवं एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत पेड़ लगाने की उपलब्धि को शामिल किया और उनकी सराहना की ।
यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ मातृत्व का सम्मान करने की एक प्रेरणादायक पहल है। प्रधानमंत्री ने इस अभियान की सराहना करते हुए इसे समाज और पर्यावरण के लिए अनुकरणीय बताया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि " 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान न केवल मातृशक्ति का सम्मान है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए एक बड़ा संदेश भी है।
उन्होंने कहा कि बिहार में जीविका स्वयं सहायता समूह महिलाओं ने 75 लाख पेड़ लगाने का अभियान चला रहीं हैं। ये महिलाएं फलदार वृक्ष लगा रही हैं, जिससे आने वाले समय में आय भी की जा सके । इस अभियान से जुड़कर कोई भी व्यक्ति अपनी माँ के नाम पर पेड़ लगा सकता है । अगर माँ साथ है तो उन्हें साथ लेकर आप पेड़ लगा सकते हैं, नहीं तो उनकी तस्वीर साथ में लेकर आप इस अभियान का हिस्सा बन सकते हैं। पेड़ के साथ आप अपनी Selfie भी mygov.in पर पोस्ट कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि माँ, हम सबके लिए जो करती है हम उनका ऋण कभी नहीं चुका सकते, लेकिन, एक पेड़ माँ के नाम लगाकर हम उनकी उपस्थिति को हमेशा के लिए जीवंत बना सकते हैं ।
बिहार सरकार एवं जीविका दीदियों का अभिनव प्रयास
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार द्वारा “जल-जीवन- हरियाली अभियान” की शुरुआत की गयी, जिसके तहत बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका) द्वारा “हरित जीविका, हरित बिहार “ अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पेड़ लगाने के साथ-साथ समाज में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। इस अभियान के तहत, जीविका दीदियां एक-एक पेड़ लगाकर अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित और स्वच्छ पर्यावरण का निर्माण भी कर रही हैं।
जीविका दीदियों द्वारा पौधारोपण अभियान का उद्देश्य न केवल पर्यावरणीय संकट को कम करना है, बल्कि फलदार पौधों द्वारा दीदियों एवं जनके परिवार के पोषण स्तर को भी बढ़ावा भी देना है। जीविका द्वारा पिछले 4 वर्षों से 'हरित जीविका, हरित बिहार' अभियान का संचालन किया जा है, इस अभियान के तहत 4.26 करोड़ से अधिक पौधों का रोपण किया जा चुका है। इस वर्ष अभी तक जीविका दीदियों द्वारा 75 लाख से अधिक पौधों का रोपण किया गया है। पौधारोपण की गतिविधि से ग्रामीण महिलाओं को जीविकोपार्जन के नए स्रोत उपलब्ध हो रहे हैं।
पोषण बगीचा, जीविका दीदी की पौधशाला इसी का उदाहरण है। इन गतिविधियों से जहां दीदियाँ पर्यावरण संतुलन में मदद प्रदान कर रही हैं, वहीं आर्थिक रूप से सशक्त भी हो रही हैं। फलदार पौधों द्वारा पोषण के स्तर को भी बढ़ावा देने में मदद मिल रही है। वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग के मनरेगा योजना से समन्वय कर 932 जीविका दीदियों ने पौधशालाएँ (दीदी की नर्सरी) विकसित किया है । इन दीदी की पौधशाला में कुल 2 करोड़ 16 लाख पौधा तैयार कर विभिन्न विभागों में आपूर्ति की गयी जिसके तहत दीदियों में 32 करोड़ 40 लाख का व्यवसाय किया । इस व्यवसाय से उन्हें लगभग 17 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ जो उन्हें आर्थिक स्वावलम्बन प्रदान कर रही है ।
जीविका परियोजना का पौधारोपण कार्यक्रम न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान देता है, बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं के लिए एक सशक्तिकरण का माध्यम भी है। इस पहल से समाज में समृद्धि और हरियाली की ओर एक सकारात्मक कदम बढ़ाया जा रहा है।
जनता से आह्वान
प्रधानमंत्री ने जनता से इस पहल में भाग लेने और इसे अपना समर्थन देने की अपील की। उन्होंने कहा, "आइए, हम सभी अपनी माताओं के नाम पर एक पेड़ लगाएं और इस अभियान को एक नई ऊंचाई तक पहुँचाएँ । यह हमारी प्रकृति और समाज दोनों के लिए एक अमूल्य योगदान होगा।"