पुलिस को मिली बड़ी सफलता : 5 लाख के इनामी माओवादी संतु भुइंया समेत 2 माओवादी कमांडर ने पुलिस के समक्ष किया सरेंडर
पलामू : बड़ी खबर पलामू से जहां एसपी चंदन सिन्हा की पहल पर भाकपा माओवादी संगठन के 5 लाख के इनामी सबजोनल कमांडर संतु भुइंया उर्फ संतोष भुइंया उर्फ धनंजय भुइंया और सबजोनल कमांडर राजेश ठाकुर ने पलामू जोनल आईजी राजकुमार लकड़ा के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. समारोह में पलामू उपायुक्त ए. दोड्डे, एसपी चंदन सिन्हा, गढ़वा एसपी अंजनी झा, CRPF 134वीं बटालियन के कमाडेंट सुदेश कुमार, दिपेन्द्र कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे. सभी उपस्थित अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ देकर, शॉल ओढ़ाकर और माला पहनाकर मुख्यधारा में लौटे माओवादी कमांडर संतू भुईया और राजेश ठाकुर का स्वागत किया.. साथ ही राजेश ठाकुर को जिला प्रशासन की ओर से एक लाख और संतू भुईया को 5 लाख का चेक भी दिया गया.
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादी संतू भुईया पिछले 20 वर्षों से संगठन के लिए काम करता था और उसके खिलाफ पलामू जोन और बिहार में 25 से अधिक प्राथमिकी दर्ज हैं. वहीं माओवादी राजेश ठाकुर के खिलाफ 6 से अधिक मामला दर्ज है. दोनों माओवादी के सरेंडर पर खुशी जाहिर करते हुए जोनल आईजी ने कहा कि पुलिस के नक्सल विरोधी अभियान से माओवादी की कमर टूट गई है. कई बड़े माओवादी कमांडर मुठभेड़ में मारे गए तो कई ने सरेंडर कर दिया.
हमने बूढ़ा पहाड़ को पूरी तरह से नक्सल मुक्त बनाया है. झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी से प्रभावित होकर माओवादी मुख्यधारा में लौट रहे हैं. वहीं डीसी ए. दोड्डे ने कहा कि प्रशासन मुख्यधारा में लौटने वाले नक्सलियों का स्वागत करती है और उन्हें हर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वादा करती है. वहीं सरेंडर करने वाले माओवादी राजेश ठाकुर ने भी अपनी भटके हुए साथियों से अपील की है कि वो आत्मसमर्पण नीति का फायदा उठाएं और मुख्यधारा में लौट जाएं.