PITRU PAKSHA MELA : GAYA में पिंडदान और तर्पण के लिए तीर्थयात्रियों का आना शुरू, उद्घाटन आज
GAYA:-विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष महासंगम-2023 का आज विधिवत उद्घाटन आज शहर के विष्णुपद मंदिर के परिसर में किया जा रहा है,जिसमें बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत एवं भूमि सुधार राजस्व मंत्री आलोक मेहता शामिल होंगे. उद्घाटन को लेकर मंदिर के समीप बड़ा पंडाल बनाया गया है, जहां कई प्रशासनिक अधिकारी एवं स्थानीय लोग भी शामिल होंगे. वहीं तीर्थ यात्रियों के मद्देनजर सारी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है.
जिला प्रशासन मुश्तैद
इस संबंध में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में साफ-सफाई, बिजली आवासन व सुरक्षा को लेकर मुकम्मल व्यवस्था की गई है. सीता कुंड पिंडवेदी के समीप पिंडदान को लेकर बेहतर व्यवस्था की गई है. रबर डैम में पानी होने के कारण यहां का नजारा काफी बदला हुआ है. दूर-दूर से लोग यहां देखने के लिए आते हैं. हमलोग का प्रयास है इस क्षेत्र को और भी विकसित किया जाए. जगह-जगह हाई मास्क लाइट लगाए गए हैं. तीर्थ यात्रियों को कहीं कोई परेशानी ना हो इसे लेकर जगह-जगह शिविर भी लगाया गया है. सुरक्षा को लेकर व्यापक संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
पंडा समाज मेला को लेकर उत्साहित
वहीं स्थानीय पंडा ऋषिकेश लाल गुर्दा ने बताया कि आज मेला का विधिवत्त उद्घाटन होना है. इसे लेकर व्यापक तैयारियां की गई है. पूरे मेला क्षेत्र में लगातार साफ सफाई की जा रही है. तीर्थ यात्रियों के आगमन को लेकर जगह-जगह पार्किंग की व्यवस्था की गई है. इस बार मेला क्षेत्र में अधिक संख्या में तीर्थ यात्रियों के आने की उम्मीद है, ऐसे में उनके आवासन को लेकर अच्छी व्यवस्था की गई है. प्रशासनिक तैयारी काफी अच्छी की गई है. जगह-जगह लाइट्स लगाए गए हैं. विष्णुपद मंदिर एवं आसपास के भवनों को आकर्षक रोशनी से सजाया गया है.पंडा समाज की तरफ से विशेष तैयारी की गयी है.यहां आने वाले तीर्थायत्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.
टेंट सिटी में आधुनिक सुविधायें
पिंडानियों के लिए टेंट सिटी भी बनाया गया है.इस टेंट सिटी में विभिन्न धर्म से जुड़ी तस्वीर लगायी गयी है । साथ ही भारत के ऐतिहासिक धरोहर को भी दिखाया गया है । सिटी में आने वाले तमाम पर्यटक जिला प्रशासन की व्यवस्था की सराहना कर रहे हैं.
28 सितंबर से 14 अक्टूबर तक मेला
बताते चलें कि 28 सितंबर से 14 अक्टूबर तक पितृपक्ष मेला का आयोजन किया जा रहा है.इसमें देश विदेश से आये सनातन धर्मावलंबी मृत आत्मा के मोक्ष की कामना को लेकर पिंडदान और तर्पण करेंगे. दूसरे वर्ष गंगा जल की पानी से अपने पितरों को पिण्ड दान और तर्पण करेंगे । क्योंकि श्रापित फल्गु नदी में पानी नहीं रहने के कारण गढ़ा खोदकर जल निकाला करते थे जिससे पिंड दान तर्पण करते थे और अब बिहार सरकार के अथक प्रयास के बाद फल्गु नदी में गंगाजल लाया गया हैं और उसे गंगा जल से पिंडदान देकर पितरों को मोक्ष प्रदान करेंगे ।
55 वेदियों पर पिंडदान का इंतजाम
गौरतलब है कि पिंडदान के लिए 55 पिंड वेदी, जिसमे 45 पिंड वेदी,9 तर्पण, स्थल चिन्हित हैं.इसे 43 जोन और 329 सेक्टर में बांटा गया हैं। प्रशासनिक दृष्टि कोण से 19 कार्य समिति बनाया गया हैं । 63 आवासन स्थल पर 17 हजार 800 तीर्थ यात्रियों को रात्रि विश्राम के लिए गृह बनाया गया हैं। गया के गांधी मैदान में टेंट सिटी में लगभग 2500 तीर्थयात्री को रहने की व्यवस्था हैं। इसके साथ ही बोधगया व गया लगभग सभी होटलों को बुक किया गया है । पंडा के विभिन्न निजी मकान, गेस्ट हाउस ,सरकारी स्कूल और कॉलेज में भी तीर्थ यात्रियों का रहने की बेहतर व्यवस्था की गई हैं ।
सफाई,पेयजल और सुरक्षा के विशेष इंतजाम
इन सभी जगह पर साफ सफाई ,पीने की पानी, गाड़ियों का परिचालन, सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य प्रकार के सभी व्यवस्थाएं दी जा रही है ।नगर निगम ने 661 कर्मचारी को मेला क्षेत्र में सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है ।तीर्थ यात्रियों के लिए 90 स्थानों पर 339जगहों पर पानी का व्यवस्था किया गया हैं । 102 स्वास्थ्य शिविर विभिन्न जगह पर बनाया गया हैं जिसमें डॉक्टरों की व्यवस्था 24 घंटे के लिए किया गया है । पिंडदानों को बेहतर सुरक्षा के लिए 43 जोन में 67 पुलिस शिविर बनाया गया हैं । जिसमें लगभग 4500 पुलिस जवान और अधिकारियों के तैनाती की जा रही है ।
गया से प्रदीप और राजेश की रिपोर्ट