मधुबनी में बेखौफ चोरों का तांडव : प्राचीन मंदिर सहित दो घरों में किया हाथ साफ, पुलिसिया कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
MADHUBANI : मधुबनी जिले के पंडौल थाना क्षेत्र के भौर राजेग्राम गांव में भीषण चोरी हुई है, जहां बेखौफ चोरों ने 1557 ईस्वी में तिरहुत नरेश महेश ठाकुर द्वारा 16वीं शताब्दी में स्थापित सिद्धपीठ मां काली मंदिर सहित गांव के एक प्रोफेसर स्वर्गीय मदन मोहन पाण्डेय और कुंवर लाल पाण्डेय के बंद पड़े घर में लाखों की चोरी की घटना को अंजाम दिया है।
मधुबनी में बेखौफ चोरों का तांडव
मंदिर में तिरहुत नरेश ने यमुना नदी से मिली मां काली की प्रतिमा को स्थापित किया था। प्राचीन मंदिर में स्थापित मां काली, माता परमेश्वरी एवं भगवान गणेश की प्रतिमा पर लगे लाखों रुपये के चांदी के मुकुट, छतरी सहित अन्य आभूषण गायब थे। मंदिर में रखे बक्से का ताला तोड़ कर उसमें रखे कीमती धातु के बर्तन सहित अन्य सामग्री की चोरी हो गई थी।
पुलिसिया कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
वहीं, कई सामग्री मंदिर में इधर-उधर बिखरे पड़े थे, जिसके बाद पुजारी ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को इकट्ठा कर इसकी जानकारी दी। ग्रामीणों की सूचना पर तत्काल डायल 112 पर सूचना दी गई, जिसके बाद स्थानीय थाने की पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। इन दिनों पंडौल थाना क्षेत्र में चोरी की घटना में वृद्धि और सिद्धपीठ प्राचीन काली मंदिर सहित दो घरों में हुई चोरी की घटना से लोगों में पुलिस के प्रति आक्रोश व्याप्त है।