भागलपुर में बेखौफ अपराधियों का तांडव : सर्राफा दुकान में करोड़ों की ज्वेलरी की चोरी, नकाबपोश बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम
BHAGALPUR :बिहार में बेखौफ अपराधियों का तांडव बदस्तूर जारी है। बदमाशों ने एकबार फिर पुलिस को खुली चुनौती देते हुए बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। भागलपुर जिला के नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत खरीक थाना से 200 मीटर दूर पर खरीक बाजार में सचिन ज्वेलर्स एंड संस की डायमंड, गोल्ड और सिल्वर के थोक और खुदरा ज्वेलरी की दुकान में नकाबपोश हथियारबंद आधा दर्जन से अधिक अपराधियों ने दो-तीन करोड़ से अधिक राशि की ज्वेलरी की चोरी की है।
बताया जा रहा है कि सभी अपराधी आभूषणों को लेकर छत के ऊपर गये. आभूषणों का डिब्बा छत के ऊपर फेंक सारा आभूषण लेकर छत की दीवार फांद कर भाग गये. अपराधियों का सारा कृत्य सीसीटीवी कैमरे में कैद है. बाहर के लोगों को घटना की भनक तक नहीं लग सकी. अपराधियों को दुकान की भौगोलिक स्थिति की पूरी जानकारी थी.
छत के ऊपर खुली सीढ़ी से सभी हुए दाखिल
आधा दर्जन से अधिक अपराधी छत से नीचे आए. अपराधियों ने सबसे पहले सीसीटीवी कैमरे को काला पॉलीथिन और पेपर से ढक दिया. अपराधियों ने परिसर के पीछे के ग्रिल का दरवाजा तोड़ कांप्लेक्स में प्रवेश किया. अपराधियों ने सीसीटीवी कैमरे को उल्टा घुमा दिया और कुछ कैमरों पर पेपर और काला प्लास्टिक लगा दिया. बाहर के बल्ब को खोल दिया ताकि अंधेरा बना रहे.
ज्वेलरी की दुकान के अंदर का छोटे शटर व ग्लास के दरवाजे को तोड़ दिया. चार अपराधी अंदर घुस ज्वेलरी की चोरी करने लगे. सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में सभी अपराधियों के हाथ में घड़ी और कमर में पिस्टल दिख रहा है. कुछ अपराधियों के पास बड़ा हथियार और लोहे का रॉड दिख रहा है. दुकान के सामने में आगे-पीछे रैक पर जितने हीरे, सोने व चांदी की ज्वेलरी थी, सभी को उठा लिया. अपराधी ज्वेलरी को अपने पॉकेट व थैली में रखते दिखे.
परिसर में पीछे के दरवाजे का ताला तोड़ घुसे
अपराधियों को जैसे ज्ञात था कि दुकान में तिजोरी की चाबी कहां रखी गयी है. तिजोरी की चाबी से तिजोरी खोल उसमें रखे डायमंड, सोना और चांदी को उठा लिया. सभी अपराधी ज्वेलरी लेकर ऊपर गये व ज्वेलरी के डिब्बों को फेंक ज्वेलरी को लेकर बगलगीर की छत के दक्षिण जंगल की ओर कूद भाग गये. स्वर्ण व्यवसाय चोरी गये ज्वेलरी का बाजार मूल्य करोड़ों में आंकी जा रही है।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक चोरी गये आभूषणों की कीमत पांच से सात करोड़ आंकी जा रही है. पीड़ित व्यवसायी की कुछ देर बाद सेहत बिगड़ने लगी. आनन-फानन में इलाज के लिए परिजन इलाज के लिए ले गये. स्वर्ण व्यवसायी पुत्र पीयूष कुमार ने बताया कि पिता और हम तीनों भाई दुकान चलाते हैं.