बिहार के इन सरकारी कर्मियों की बल्ले-बल्ले : दिवाली और छठ पर नीतीश सरकार ने दिया बड़ा गिफ्ट, जानकर उछल जाएंगे आप
PATNA : बिहार के 8 विभिन्न विभागों में संविदा पर कार्यरत 1627 कनीय अभियंताओं (असैनिक, यांत्रिक, विद्युत) को दीपावली और छठ के मौके पर बड़ा गिफ्ट मिला है। इन अभियंताओं का मानदेय 36,000 रुपये से बढ़ाकर 60,000 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है।
बिहार के इन सरकारी कर्मियों की बल्ले-बल्ले
यह बढ़ोतरी 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी मानी जाएगी। जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बुधवार को यह जानकारी दी और बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस साल दिवाली से पहले संविदा पर कार्यरत अभियंताओं के मानदेय में पुनरीक्षण के निर्देश दिए थे।
जल संसाधन विभाग में संविदा पर काम कर रहे 774 कनीय अभियंता, योजना एवं विकास विभाग में 275, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग में 185, लघु जल संसाधन विभाग में 123, भवन निर्माण विभाग में 84, पथ निर्माण विभाग में 76, ग्रामीण कार्य विभाग में 63, और नगर विकास एवं आवास विभाग में 47 कनीय अभियंता शामिल हैं। जल संसाधन विभाग ने वेतन वृद्धि का आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है और अन्य विभाग भी जल्द ही इसी तरह के आदेश जारी करेंगे।
विशेष सर्वेक्षण कर्मियों के वेतन में भी बढ़ोतरी
यही नहीं, नीतीश सरकार ने विशेष सर्वेक्षण कर्मियों को भी बड़ा तोहफा दिया है। राज्य में विशेष सर्वेक्षण कर्मियों को सरकार ने दीपावली से ठीक पहले बड़ी खुशखबरी दी है। उन सभी के वेतन में चार हजार से 10 हजार रुपये की बढ़ोतरी की गयी है। इससे 13 हजार से अधिक संविदा कर्मियों और अधिकारियों को फायदा होगा।
इसमें छह कैटेगरी के अधिकारी और कर्मी शामिल हैं। इन सभी को बढ़े मानदेय का लाभ एक अगस्त 2024 से मिलेगा। इसे लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने आदेश जारी कर दिया गया है। इस आदेश के अनुसार संविदा पर कार्यरत विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी का मानदेय 55 हजार बढ़ाकर 65 हजार, कानूनगो का 32 हजार बढ़ाकर 40 हजार और विशेष सर्वेक्षण अमीन का 27 हजार से बढ़ाकर 35 हजार हो गया है।
लिपिक का मानदेय 25 हजार से बढ़ाकर 30 हजार, अमीन (अमानत, सर्वेयर) का मानदेय 18 हजार से बढ़ाकर 25 हजार और मोहर्रिर का मानदेय 21 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये किया गया है। विभाग के सचिव जय सिंह ने सभी बंदोबस्त पदाधिकारियों को कहा है कि सरकार ने वादे के मुताबिक मानदेय बढ़ाया है। अब सरकार सर्वे कर्मियों से उम्मीद कर रही है कि वो भी सर्वेक्षण के काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और निर्धारित समयावधि में इस कार्य को संपन्न करेंगे।