'बिहार की सड़कों को अमेरिका की तरह बनवा दूंगा' : नितिन गडकरी ने दिया भरोसा, 6 सड़क परियोजनाओं का किया शिलान्यास और उद्घाटन
GAYA :केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को बिहार के गया में बिहार आर्थिक परिषद के 22वें अधिवेशन का उद्घाटन किया। इस दो दिवसीय अधिवेशन में देश-विदेश के प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री, विद्वान और शोधार्थी शामिल हुए। इस मौके पर गडकरी ने बिहार में 3700 करोड़ की लागत से 6 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करते हुए विकास की नई दिशा की ओर कदम बढ़ाने का आह्वान किया।
4 साल में सड़कों को अमेरिका जैसा बनाने का भरोसा
अपने संबोधन में नितिन गडकरी ने बिहार की सड़कों को अगले चार साल में अमेरिका के राष्ट्रीय राजमार्गों की तर्ज पर विकसित करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि “समस्या को देखकर पॉलिसी बनानी चाहिए। अमेरिका की नकल से बिहार का विकास नहीं होगा लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि चार साल में बिहार के राष्ट्रीय राजमार्गों को अमेरिका के बराबर बना दूंगा।”
गौरतलब है कि आज शिलान्यास हुई परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग 20 के बख्तियारपुर-रजौली खंड और रजौली से हल्दिया के मार्ग चौड़ीकरण से झारखंड और बिहार के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी और नवादा जिले को लाभ होगा। इसके अलावा आज कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया, जिनमें सीआरआईएफ के तहत विकसित परियोजनाएं शामिल है। जहानाबाद शहर में मुथेर से गोल बगीचा मार्ग चौड़ीकरण परियोजना से जहानाबाद शहर के भीतर यातायात सुगम होगी। चाकंद से गया शहर और दोमुंहान के सड़क चौड़ीकरण से पटना और बोधगया के बीच कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। नवादा शहर में राज्य मार्ग 8 पर आरओबी, नालंदा में मेजर ब्रिज और पूलियां के निर्माण से आवाजाही आसान होगी।
प्रमुख बिंदु :
- बिहार में 1 लाख 50 हजार की लागत से ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने की घोषणा की.
- पटना से बेतिया तक 7 हजार करोड़ की लागत से सड़क बनाने की घोषणा की.
- नितिन गडकरी ने बिहार के कई शहरों में ROB बनाने की घोषणा की.
- पटना, बोधगया में सड़क परियोजनाओं की घोषणा की.
- गया में 22 किलोमीटर बाइपास सड़क बनाने की घोषणा की.
- बनारस-सारनाथ वाया डोभी होकर बोधगया तक सड़क बनाने की घोषणा की.
विकास के लिए गडकरी के सुझाव
गडकरी ने कहा कि देश में धन की कमी नहीं है बल्कि ईमानदारी और कमिटमेंट से काम करने वालों की कमी है। उन्होंने पारदर्शिता, भ्रष्टाचारमुक्त सिस्टम और समय की पाबंदी को देश के विकास का मूलमंत्र बताया। गडकरी ने कहा कि “मैं दो-तीन हजार करोड़ रुपये से कम के प्रोजेक्ट्स में हिस्सा नहीं लेता। मेरे पास पैसों की कोई कमी नहीं है। समाज और देश के प्रति ईमानदारी ही हमें विश्वगुरु बनाएगी।”
जात-पात पर तीखा हमला
जातिगत सियासत पर प्रहार करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि “बिहार में जात-पात का बोलबाला सुना है लेकिन मैं साफ कहता हूं कि जात की बात करने वालों को दरकिनार करना चाहिए। आदमी अपनी जाति से नहीं बल्कि अपने गुणों से बड़ा होता है। रेस्टोरेंट या अस्पताल में किसी की जाति नहीं पूछी जाती, वहां उसकी काबिलियत देखी जाती है।”
नितिन गडकरी ने बिहार को बुद्ध की धरती बताते हुए जातिवाद से ऊपर उठने और विकास की राह पर चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिहार का भविष्य उज्ज्वल है, बशर्ते जातिवादी मानसिकता को त्याग कर एकजुट होकर काम किया जाए।