VOTER से फर्जीवाड़ा : मुगेंर में बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन के नाम पर बैंक खाता से पैसा कर लिया ट्रांसफर
MUNGER:-पंचायत चुनाव के दौरान मुगेंर में बड़ा खेल हो गया..यहां लोग तो पहुंचे थे अपने मत का प्रयोग करने पर उनके साथ फर्जीवाड़ा हो गया...दरअसल मतदान के दौरान फर्जी वोटर को रोकने के लिए निर्वाचन विभाग ने बायोमैट्रिक का उपयोग करवा रही है जिसमें मतदाता के अंगूठे का निशान लिया जाता है पर मुगेंर में अगूठे का निशान लेने के नाम पर वोटर का बैंक खाता ही खाली कर दिया गया।
यह मामला जिले के मुफस्सिल थाना के मध्य विद्यालय चड़ौन स्थित बूथ संख्या 145 उत्तरी भाग का है यहां संजीत कुमार को बायोमेट्रिक सिस्टम संचालित करने के लिए प्रतिनियुक्त किया गया था। उसे एक कॉमन सर्विंस सेंटर द्वारा प्रशासन को मुहैया कराया था,पर संजीत बायोमैट्रिक सिस्टम से वोटर के वैरिफिकेशन के नाम पर संबंधित वोटर के खाता से पैसा की निकासी करने लगा।इस फर्जीवाड़ा का खुलासा तब हुआ जब कई वोटर के मोबाइल पर उसके बैंक अकाउंट से पैसे निकासी का मैसेज आने लगा।इसके बाद इन वोटरों में अफरा-तफरी मच गई। शुरू में इनलोगों को कुछ समझ में नहीं आया पर बाद में इनलोंगो ने मतदान केन्द्र पर इसकी सूचना दी।
ंशिकायत करने पर संबंधित मतदान केन्द्र के कर्मी और सुरक्षाकर्मी को बात समझ में नहीं आई ..इसके बाद इसकी सूचना वरीय अधिकारिओं को दी गई तो एसडीओ खुशबू गुप्ता मौके पर पहुंची जहां संबंधित वोटर ने बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन के तुरंत बाद उनके खाते से पैसे की निकासी की जानकारी दी।इसके बाद वैरिफिकेशन करने वाले संजीत को हिरासत में लेकर पुछताछ की गई जिसके बाद पूरा मामला स्पष्ट हो गया।
दरअसल संजीत फर्जीवाड़ा की मंशा लेकर ही मतदान केन्द्र पर आया था क्योकि उसके पास से दो बायोमेट्रिक सिस्टम बरामद हुआ है ।इसमें से एक निर्वाचन आयोग था और दूसरा उसका व्यक्तिगत था।व्यक्तिगत बायोमैट्रिक के जरिए वह वोटर के अंगुठे का निशआन लेकर फर्जी निकासी कर रहा था।
पीड़ित मतदाताओं में चड़ौन गांव निवासी निभा कुमारी के खाते से संजीत ने 5000 रूपया ऑन लाइन ट्रांसर्फर कर लिया. जबकि इसी तरह सोनी कुमारी के खाते से 10 हजार, मधु देवी के खाते से 10 हजार, जयजयराम चौधरी के खाते से 10 हजार, विभा देवी के खाते से 10 हजार, अमृता प्रीतम के खाते से 10 हजार, उषा कुमारी के खाते से 4 हजार सहित अन्य के खातों से रूपयों को आधार कार्ड को माध्यम बना कर संजीत ने अपने एवं अपने पहचान के लोगों के खाते पर ट्रांसफर कर लिया। ये सभी दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के खाताधारी है। ये वैसे लोग है जिनके मोबाइल पर रूपया निकासी का मैसेज आया पर कई ऐसे भी मतदाता है कि जिनके खातों से रूपयों की निकासी कर ली गयी है लेकिन उसके मोबाइल पर मैसेज नहीं आता है। जिसके कारण ग्रामीण बैंक के उपभोक्ता सहित अन्य बैंकों के खाताधारी मतदाताओं में ऊहापोह बनी हुई और बैंक बंद हो जाने के कारण लोग अपने खातों को अपडेट तक नहीं करा पाये।वहीं पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है।