पृथक मिथिला राज्य आंदोलन : 4 DEC को राजभवन तक मार्च करेंगे मैथिली भाषा-भाषी, राज्यपाल को सौंपा जाएगा ज्ञापन
PATNA- मिथिला राज्य की मांग को लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन की ओर से राजधानी पटना में 4 दिसंबर को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। बताया जाता है कि इस कार्यक्रम के दौरान गांधी मैदान से राजभवन तक पैदन मार्च किया जाएगा और मांग पत्र सौंपा जाएगा। एमएसयू के रजनीश प्रियदर्शी ने बताया कि हम लोग मिथिला क्षेत्र के विकास को लेकर गंभीर है, इसलिए पृथक मिथिला राज्य की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि जब 1956 में राज्य पुनर्गठन बनाया गया था तो भाषाई आधार पर राज्यों का निर्माण किया गया था, लेकिन मिथिला क्षेत्र की अवहेलना करते हुए मैथिली भाषा—भाषी के साथ अन्याय किया गया।
संगठन का दावा है कि बिहार झारखंड मिलाकर कुल 22 जिले ऐसे हैं जहां बहुसंख्यक रूप में मैथिली भाषा का प्रयोग होता है। राज्य के रूप में मिथिला क्षेत्र उन सभी मापदंड को पूर्ण करते है जो भारत सरकार द्वारा बनया गया है। आजादी आंदोलन के समय से मिथिला को राज्य बनाने की मांग उठती रही है। यहां के लोग प्रतिवर्ष बाढ़ एवं अकाल के तांडव से पीड़ित रहते हैं। पेट पालने के लिए बाहर नौकरी करने को विवश रहते हैं। भारी संख्या में पलायन करते हैं।
संगठन का यह भी कहना है कि अगर शोषण तथा विकास को आधार मानकर राज्यों का निर्माण होता रहा है तो मिथिला राज्य का निर्माण क्यों नहीं किया जा सकता। मैथिली भाषा अष्टम अनुसूची में भी दर्ज है। इसकी अपनी लिपी है। इसका अपना भौगोलिक क्षेत्र है।
रजनीश ने बताया कि गांधी मैदान से 11:00 से 12:00 के बीच डाकबंगला चौराहा होते हुए इनकम टैक्स होते हुए हाईकोर्ट के रास्ते से राजभवन तक पैदल मार्च किया जाएगा। इस अवसर पर अधिक से अधिक मैथिल भारतीय लोगों को इस आंदोलन में शामिल होने का आग्रह किया है।
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