नवादा के लाल का कमाल : भारतीय हैंडबॉल टीम में हुआ सेलेक्शन, 18वें एशियन जूनियर मेंस चैंपियनशिप में दिखाएंगे जलवा
NAWADA :नवादा शहर के बड़ी दरगाह शेख टोली मोहल्ला के निवासी स्व. मोहम्मद शमीम अहमद के पुत्र मो. तौसीफ रसूल का 18वीं एशियन जूनियर मेंस चैंपियनशिप के लिए भारतीय हैंडबॉल टीम में चयन हुआ है। मो. तौसीफ भारतीय हैंडबॉल टीम में शामिल होकर जॉर्डन खेलने जाएंगे।
नवादा के लाल का कमाल
जॉर्डन में 14 से 25 जुलाई तक होने वाली 18वीं एशियन जूनियर पुरुष हैंडबॉल चैंपियनशिप में नवादा का मो. तौसीफ भारत की तरफ से खेलेंगे। बता दें कि बिहार का एकमात्र खिलाड़ी भारतीय टीम में शामिल हुआ है। मो. तौसीफ पिता को खो देने के बाद जब से होश संभाला, इन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी चुना। राष्ट्रीय कोच और रेफरी संतोष कुमार वर्मा बताते हैं कि नवादा के हरिशचंद्र स्टेडियम में लगातार 3 वर्षों तक प्रैक्टिस की। इसके बाद बिहार सरकार द्वारा पटना में चलाए जा रहे एकलव्य ट्रेनिंग सेंटर में इसका चयन किया गया और लगातार खेल जारी रखा।
भारतीय हैंडबॉल टीम में हुआ सेलेक्शन
इसके बाद पिछले वर्ष 2023 में इसका चयन भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे खेल की सबसे बड़ी सरकारी संस्था भारतीय खेल प्राधिकरण सेंटर में किया गया, जहां उन्हें रहने-खाने-पढ़ने और कोच की सुविधा बिल्कुल मुफ्त मिल रही है। इसी दौरान इनका चयन इंडियन टीम में हुआ है। तौसीफ रसूल बताते हैं कि पिता के नहीं रहने के बाद भी मेरे इस मुकाम पर पहुंचने में योगदान जीजा साबिर हुसैन और बड़े भाई फैज रसूल उर्फ विक्की को जाताहै।
वे कहते हैं कि जिंदगी में कई दुख देखे हैं। सबको झेलते हुए आज सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचने का सौभाग्य मिला है। मैं इस तरह से अपने जिले का नाम, राज्य का नाम और देश का नाम ऊंचा करूंगा।