कहां सोते रह गये अधिकारी ? : नवादा में खनन माफिया ने बेच दी करोड़ों की बालू, विरोध करने वाले ग्रामीणों पर की फायरिंग
नवादामें खनन माफिया सक्रिय हैं. बिना परमिशन और रॉयल्टी के ही ये नदियों की कोख को छलनी कर रहे हैं. सरकारी जमीन का भी खनन कर राज्य सरकार को राजस्व की चपत लगा रहे हैं. अवैध ढंग से बालू का खनन कर ज्यादा रुपए कमाने का ये धंधा नवादा में जोरों पर है. मामला नारदीगंज थाना इलाके का है. यहां ईचुआ करणा पंचायत के ईचुआ गांव से सटे ढाढर नदी में अवैध खनन धड़ल्ले से चल रहा है. अवैध खनन करने वाले कितना बेखौफ है, इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि मनी रानी कंस्ट्रक्शन ने अपना परिसिमन छोड़ अवैध खनन कर रहा है. बालू माफिया नारदीगंज इचुआ गांव से सटे ढाढर नदी की टापू पर बना खेल मैदान और वन विभाग की जमीन पर भी खनन कर रहा है. यहां अवैध बालू खनन से 20 से 25 फिट गड्ढा हो गया है. यही नहीं खनन माफिया ने वन विभाग की जमीन पर लगे सैकड़ों पेड़े का भी काट दिया है. इनके शीशम, नीम, बरगद, पीपल जैसे छायादार वृक्ष भी शामिल है.
नारदीगंज के ईचुआ में माफिया बेखौफ होकर अवैध खनन करते हैं. जब ग्रामीण इसका विरोध करते हैं तो उनके गुर्गे गोलीबारी करते हैं. इससे यहां के ग्रामीण दहशत में हैं. ग्रामीणों की मानें तो बालू उठाव का टेंडर गया-नवादा सीमा पर स्थित परतापुर बालू घाट का है. लेकिन यहां के खनन माफिया अपना परिसीमन छोड़ ईचुआ गांव में अवैध खनन कर रहे हैं. जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो वे लोग गोलीबारी करने लगे. ग्रामीणों का आरोप है कि यहां पुलिस प्रशासन की मिलिभगत से अवैध खनन का खेल चल रहा है. नारदीगंज प्रखंड के इचुआ, कारू बीघा, भागो बीघा, सुल्तानपुर, नंदपुर और सिकंदरपुर के ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन पर खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है. साथ ही ईचुआ गांव से सटे ढाढर नदी के टापू पर स्तिथ खेल मैदान में हुए अवैध खुदाई को पुनः भरने की मांग की है.