सम्मानित : महिला विकास मंच के समारोह में खान सर,चिराग,और पप्पू यादव समेत कई दिग्गज हुए शामिल
PATNA:-दसवें स्थापना वर्ष में महिला विकास मंच द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन पटना के एक निजी होटल मे किया गया जिसमें कई वीवीआईपी के साथ ही 9 राज्यो से लगभग 2000 महिलायें एवं अन्य प्रतिनिधि शामिल हुए.
बताते चलें कि महिला विकास मंच द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में पिछले कई वर्षों से काम किया जा रहा है। मंच का मुख्य उद्देश्य समाज के प्रताड़ित और शोषित महिलाओं को कानूनी न्याय दिलाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। मंच का बढ़ता दायरा धीरे-धीरे महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में लाभकारी साबित हो रहा है। कई बार पुलिस प्रसाशन ने भी मंच के कार्यों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि सरकार की सहायता के बगैर चलने वाले इस मंच का विस्तार लगातार हो रहा है। पिछले दिनों एसडीएम ज्योति मौर्य, गायघाट सेल्टर होम व भोजपुरी स्टार पवन सिंह के मामले में यह संगठन काफी चर्चा में रहा।
पटना के एक होटल में आयोजित वार्षिक अधिवेशन में लोजपा प्रमुख चिराग पासवान,प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर व शिक्षक खान सर,बसपा बिहार प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार,मेयर सीता साहू,जाप प्रमुख पप्पू यादव, महिला विकास मंच की संरक्षक वीणा मानवी मौजूद रहें। महिला विकास मंच संगठन के पदाधिकारियों में कई फेरबदल भी किया गयें। डॉ तारा स्वेता आर्या को राष्ट्रीय अध्यक्ष, सीमा जायसवाल को बिहार प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।
अपने संबोधन में खान सर ने कहा शिक्षा उस शेरनी का दूध है जिसने भी उसका दूध पिया उसने पूरी दुनिया मे दहाड़ा है। गधे की दौड़ में फर्स्ट आ भी गए तो गधा ही कहलाओगे। उन्होंने ये बोल कर समाज मे महिलाओं पर व्यंग करने वालो पर जोरदार चोट किया। खान सर ने आगे कहा की चाहे कुछ भी हो जाये। बच्चों को पढ़ाना नही छोड़े। उन्होंने अपने जीवन के अनुभव साझा किए और बताया कि मेरी माँ की सबसे अच्छी बात ये रही कि उन्होंने किसी रिश्तेदार को बताया ही नहीं की मैं पढ़ाई कर रहा हूँ। चुप चाप मुझे पढ़ाया और जीवन मे कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। "मेरी जेब में थोड़ी सुराख क्या हुई,सिक्को से ज्यादा रिश्तेदार गिर गए।" महिला विकास मंच का ये प्रयास सराहनीय है। दस साल से इस संगठन ने कई अद्भुत काम किये हैं। धीरे धीरे ये समाज जरूर बदलेगा। इसमें इस संगठन का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।
वहीं अपने संबोधन में नेता चिराग पासवान ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि महिला विकास मंच का कारवां आज बहुत लंबा हो चुका है। धीरे धीरे ही सही बदल रहे इस समाज में महिला विकास मंच का योगदान है। जिसका कोई योगदान हमारे जिंदगी में है नही। उसके बातों को तवज्जो देना सही नही है ये आपके लिए बस रुकावट का काम करेगी। हम महिला विकास मंच के इन प्रयासों की सराहना करते हैं और इनके साथ हमेशा खड़े हैं।
कार्यक्रम के दौरान महिला विकास मंच की संरक्षक वीणा मानवी द्वारा संगठन के विषय मे कई अहम फैसले लिए गए। अपने संबोधन में वीणा मानवी ने कहा की पिछले 10 वर्षों में महिला विकास मंच द्वारा लगभग 500 से अधिक मामलों का निष्पादन किया गया है। पिछले कुछ महीनों से संगठन के प्रति सूबे के लोगो का विस्वास और बढ़ा है। वीणा मानवी आगे कहती हैं बिहार ही नही यूपी, झारखंड,बंगाल,दिल्ली,उत्तराखंड,तेलंगाना,हरियाणा से भी महिला विकास मंच में शिकायकर्ताओ की भीड़ में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसको देखते हुए संगठन की सक्रियता इन जगहों पर भी बढ़ चुकी है। कार्यक्रम में पूरे देश से लगभग 400 पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक में अरुणिमा कुमारी के अगुवाई में पुरे देश से आये पदाधिकारियों का स्वागत किया गया। आज सम्पन्न हुए स्थापना दिवस समारोह की अध्यक्षता पीके चौधरी ने किया