लोकसभा चुनाव 2024 : चतरा DC उग्रवादियों के गढ़ में देर रात लगा रहे चौपाल, गांव में शहर की सरकार से लोगों में उत्साह
चतरा : जिला प्रशासन आगामी 20 मई को चतरा संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव को सफल बनाने को लेकर पूरी तरह कमर कस चुकी है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीसी रमेश घोलप के नेतृत्व में जिले के वरीय अधिकारी लगातार विभिन्न प्रखंडों में मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने में लगे हैं.
मतदाता जागरुकता अभियान के तहत अब जिला प्रशासन नक्सलियों के गढ़ में भी घुसकर बुलेट को बैलेट से चुनौती देने में जुट गया है. जिला प्रशासन नक्सल साम्राज्य वाले इलाकों में आम लोगों के दिलों से लाल आतंक का खौफ समाप्त करने में जुट गया है.
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीसी रमेश घोलप चुनाव आयोग के स्वीप कार्यक्रम के तहत अब उग्रवादियों के गढ़ में देर रात तक जन चौपाल लगाकर मतदाताओं के दिलों से लाल आतंक का खौफ मिटाने का हर संभव प्रयास करने में जुटे हैं. इस बाबत सूर्यास्त ही डीसी गांव में शहर की सरकार का नेतृत्व करते नजर आ रहे हैं. जिससे विकास से अब तक महरूम खौफ के साए में जिंदगी जीने को मजबूर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. डीसी लोगों से बेखौफ होकर घरों से निकल लोकतंत्र के महापर्व में अपनी बढ़चढ़ कर भागीदारी सुनिश्चित करने और चुनाव में डराने धमकाने के साथ-साथ प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास करने वाले असामाजिक तत्वों व नक्सलियों की गुप्त सूचना प्रशासन को देने की अपील कर रहे हैं. डीसी ग्रामीणों को आस्वस्त करते देखे जा रहे हैं कि वह निडर होकर मतदान करें, उनकी सुरक्षा का जिम्मा प्रशासन ने संभाल रखा है.
गांवों में रात्रि चौपाल कार्यक्रम का आयोजन ग्रामीणों में लोकतंत्र के महापर्व में भागीदारी को लेकर प्रेरित करने को लेकर किया जा रहा है. इस अभियान के तहत शाम ढलते ही शहर से वरीय अधिकारियों की फौज गांव में जाकर ग्रामीणों से बढ़-चढ़कर वोट करने की अपील करने में जुटा है. इतना ही नहीं अधिकारियों के द्वारा मतदान से होने वाले फायदों और लोकतंत्र के महापर्व के बाद देश की दशा और दिशा पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति भी जागरूक कर ज्यादा से ज्यादा वोट करने की अपील की जा रही है. साथ ही साथ घरों से निकलकर आगमी 20 मई को मतदान केंद्र पहुंचकर पहले मतदान करने और अन्य लोगों को भी मतदान के प्रति जागरूक करने की शपथ भी मतदाताओं को दिलाई जा रही है.
जिला प्रशासन के इस कार्यक्रम को लेकर ग्रामीणों में खासा उत्साह भी देखा जा रहा है. जिला प्रशासन के द्वारा देर रात घोर नक्सल प्रभावित कान्हाचट्टी प्रखंड के पोलपोल और बेंगोकला गांव में रात्रि चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के तहत ज्यादा लोग मतदान केंद्रों पर कैसे पहुंचे , इस दिशा में भी सार्थक पहल को लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया गया.
डीसी ने बताया कि विगत लोकसभा चुनाव में40से60प्रतिशत तक जिन मतदान केंद्रों में वोट पड़े थे वैसे मतदान केंद्रों को जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित किया गया है. ऐसे ही मतदान केंद्रों के रूप में कान्हाचट्टी प्रखंड के पोलपोल और बेंगोकला बूथ को चिह्नित किया गया है. उन्होंने बताया कि रात्रि चौपाल में देर रात तक युवा से लेकर बुजुर्ग व महिला मतदाताओं की उपस्थिति व उनके उत्साह ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब लोगों के दिलों से नक्सली खौफ लगभग समाप्त हो चुका है. लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर देश को नई दिशा देने में अपना अहम योगदान देंगे.
गौरतलब है कि चतरा जिले का कान्हाचट्टी प्रखंड घोर नक्सल प्रभावित इलाका माना जाता है. इस प्रखंड के ज्यादातर इलाकों में रात तो क्या दिन के अंधेरे में भी सरकारी बाबू अब तक जाने से कतराते थे. ऐसे में यहां का ज्यादातर इलाका आज भी विकास से पूरी तरह महरूम है. लेकिन जिले के नए डीसी रमेश घोलप ने अधिकारियों संग रात के अंधेरे में इन इलाकों में जाकर रात्रि चौपाल के माध्यम से समाज में विकास और बदलाव को लेकर एक सुखद संदेश देने का प्रयास किया है. जिला प्रशासन और डीसी के इस सकारात्मक प्रयास का समाज में खासा असर देखने को भी मिल रहा है. चौपाल के दौरान डीसी ने ग्रामीणों के साथ सेल्फी लेकर उनका उत्साह भी बढ़ाया. साथ ही साथ यह भी संदेश देने का प्रयास किया कि सभी आम है कोई खास नहीं.