लोगों में नाराजगी : राज्य सरकार द्वारा कोडरमा में सर्किल रेट के आधार पर होल्डिंग टैक्स में बढ़ोतरी का लोग कर रहे विरोध
कोडरमा: देश में हर तरफ सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध हो रहा है. कहीं केंद्र सरकार की योजनाओं के खिलाफ लोगों में गुस्सा है तो कहीं राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ लोगों में आक्रोश व्याप्त है. कोडरमा में भी सर्किल रेट के आधार पर होल्डिंग टैक्स में बढ़ोतरी का विरोध किया जा रहा है. राज्य सरकार के द्वारा सर्किल रेट के आधार पर होल्डिंग टैक्स का निर्धारण किए जाने से तकरीबन 10 गुना अधिक लोगों को टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा.
ऐसे में लोग विरोध पर आमदा है. आज नागरिक सुरक्षा संघर्ष समिति के बैनर तले शहर के व्यवसाई,वार्ड पार्षद और आम लोगों ने बाजार बंद रखने का आवाह्न किया है. जिसका असर भी दिख रहा है. झुमरी तिलैया शहर में तमाम दुकान और व्यवसायिक प्रतिष्ठानें बंद है और लोग इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं. निवर्तमान वार्ड पार्षद अनुराग सिंह ने बताया कि बिना सोचे समझे राज्य सरकार ने सर्किल रेट के आधार पर होल्डिंग टैक्स का निर्धारण कर दिया हैजिससे लोग परेशान हैं. जिस सर्किल रेट के आधार पर होल्डिंग टैक्स का निर्धारण किया गया है उसमें राज्य में सबसे ज्यादा कोडरमा का रेट निर्धारित है और यहां के लोगों को दूसरे जिलों की अपेक्षा सबसे ज्यादा होल्डिंग टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा.
होल्डिंग टैक्स में बढ़ोतरी के विरोध में बाजार बंद के आवाह्न पर व्यापारियों ने स्वत: दुकानें बंद रखी है और इस बंद का व्यवसायी समर्थन भी कर रहे हैं. व्यवसायियों की मानें तो पहले ही कोरोना काल के कारण व्यवसायिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं और लोगों की आमदनी पर असर पड़ा है. ऐसे में एक तरफ कोरोना की मार तो दूसरी तरफ होल्डिंग टैक्स में बढ़ोतरी ऐसे में लोगों को शहर छोड़ कर भागने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
इस बंद में झुमरी तिलैया नगर परिषद के तमाम वार्ड पार्षद भी शामिल हैं और उनका साफ कहना है कि अगर इस आंदोलन के बाद भी सरकार नहीं मानेगी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा और सरकार को होल्डिंग टैक्स कम करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा. वार्ड पार्षद नीलू सिंह ने कहा कि सर्किल रेट के आधार पर होल्डिंग टैक्स का निर्धारण अव्यवहारिक है.