लोगों को निर्बाध बिजली देने का निर्देश : लचर विद्युत व्यवस्था को लेकर विधायक नीरा यादव ने अधिकारियों के साथ की बैठक
कोडरमा: भीषण गर्मी के बीच बिजली की लचर व्यवस्था से पूरे राज्य में जहां कोहराम मचा हुआ है,वहीं कोडरमा थर्मल पावर प्लांट होने के बावजूद जिले में बिजली की चरमराई व्यवस्था से लोग परेशान हैं. पिछले1सप्ताह से कभी तकनीकी कारण तो कभी आंधी पानी के कारण हुई क्षति की बात कह कर बिजली विभाग लोगों को विद्युत संकट झेलने के लिए मजबूर कर रहा है.
बहरहाल कोडरमा में चरमराई विद्युत व्यवस्था को लेकर विधायक डॉ. नीरा यादव झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड और डीवीसी के अधिकारियों के साथ बैठक की. कोडरमा के वन विश्रामागार में आयोजित इस बैठक में विधायक डॉ. नीरा यादव ने डीवीसी और जेबीएनएल के अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर लोगों को निर्बाध रूप से बिजली देने का निर्देश दिया.
गौरतलब है कि कोडरमा थर्मल पावर प्लांट से650मेगावाट बिजली आपूर्ति झारखंड सरकार को दी जाती है जबकि कोडरमा के झुमरीतिलैया के लिए अलग से25मेगावाट बिजली देने का करार किया गया था,लेकिन इस प्रावधान के मुताबिक लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही है.
बैठक के बाद विधायक डॉ. नीरा यादव ने कहा कि जिले में पावर प्लांट होने के बावजूद पूरे कोडरमा में दीए तले अंधेरा है. उन्होंने कहा कि प्लांट बनने के बाद प्रदूषण यहां के लोग झेले,गर्मी यहां के लोगों को सहना पड़े,लेकिन प्लांट का लाभ यहां के लोगों को न मिले ऐसा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इधर कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के परियोजना प्रमुख दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि प्लांट के एक बॉयलर में आई तकनीकी खराबी अब दूर हो गई है और बिजली उत्पादन की प्रक्रिया भी सामान्य हो गई है. उन्होंने बताया कि वे उपभोक्ताओं को प्लांट से सीधे बिजली नहीं दे सकते हैं,लेकिन उनके इस प्लांट से झारखंड के विभिन्न ग्रिडों में650मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जाती है.
वहीं दूसरी तरफ बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता सुधांशु कुमार ने कहा कि तकनीकी खराबी के साथ-साथ आंधी पानी से जो नुकसान हुआ था उसे ठीक कर लिया गया है और जल्द ही लोगों को निर्बाध रूप से बिजली दी जाएगी. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए वे डीवीसी के अधिकारियों के साथ हर महीने से समन्वय स्थापित करने के लिए बैठक भी करेंगे.