विशेष सत्र के समापन पर दिखा अलग नजारा : उपराष्ट्रपति कक्ष में PM मोदी के साथ NDA नेताओं का जुटान, ललन सिंह भी दिखे साथ


NEW DELHI : देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण के समापन के साथ ही संसद का विशेष सत्र समाप्त हो गया। इसके बाद दोनों सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिए गए हैं। इधर, राज्यसभा के सत्रावसान के बाद अलग ही नजारा देखने को मिला, जब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के कक्ष में पीएम मोदी के साथ-साथ कई केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी नेता भी मौजूद रहे।
उपराष्ट्रपति कक्ष में की शिष्टाचार मुलाकात
राज्यसभा के सत्रावसान के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के कक्ष में हुई इस मीटिंग में केन्द्रीय मंत्री और जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद थे। वे पीएम मोदी के साथ एक ही सोफे पर बैठे नजर आए। वहीं, उनके सामने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा मौजूद थे।
इस संबंध में केन्द्रीय मंत्री ललन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट लिखा है कि राज्यसभा का सत्रावसान होने के पश्चात उपराष्ट्रपति जी के कक्ष में शिष्टाचार मुलाक़ात की।
राज्य सभा का सत्रावसान होने के पश्चात महामहिम उपराष्ट्रपति जी के कक्ष में शिष्टाचार मुलाक़ात।pic.twitter.com/Nh2Fpbw2ba
— Rajiv Ranjan (Lalan) Singh (@LalanSingh_1) July 3, 2024
सुर्खियों में हैं केन्द्रीय मंत्री ललन सिंह
गौरतलब है कि जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री ललन सिंह इनदिनों लोकसभा में दिए अपने भाषण को लेकर चर्चा में हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव के पक्ष में अपनी बात रखते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि ये नरेंद्र मोदी हैं, जो संविधान का सम्मान करते हैं। वह संविधान विरोधी नहीं हैं। कांग्रेस को तो संविधान की प्रति लेकर आने का कोई अधिकार नहीं।
इसके साथ ही ललन सिंह ने कहा था कि कांग्रेस असली संविधान विरोधी है। आपातकाल से लेकर अब तक कई बार भारतीय संविधान पर कांग्रेस ने प्रहार किया। लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष के नेता संविधान की प्रति लेकर घूम रहे थे। आज भी सदन में इसकी प्रति लेकर आ रहे हैं। कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी के बारे में दुष्प्रचार किया कि मोदी सत्ता में आए तो संविधान समाप्त हो जाएगा, लेकिन देश की जनता ने उनकी बातों पर भरोसा नहीं किया। नरेन्द्र मोदी को लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए पूर्ण बहुमत दिया है।