सुरक्षा पर सवाल? : हरिद्वार में हर की पौड़ी में लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, "सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे"


हरिद्वार-आज सावन के पवित्र रविवार को हरिद्वार के हर की पौड़ी में लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई।वहीं हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त पहाड़ पर मां मनसा देवी की दर्शन के लिए पैदल सीढी चाकर विदा हुए।हरिद्वार, जिसे “विष्णु का प्रवेश द्वार” भी कहा जाता है, गंगा नदी के मैदानों में प्रवेश करने का स्थान है, और हर की पौड़ी वह स्थान है जहाँ गंगा नदी के किनारे पर, भगवान विष्णु के चरण माने जाते हैं।यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहाँ भक्त पवित्र स्नान करते हैं और अपनी धार्मिक मान्यताओं को पूरा करते हैं।
सुरक्षा पर सवाल?
मंदिर जाने वाली मार्ग में कहीं भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे। एक भी सुरक्षा कर्मी नजर नहीं आए। वहीं मंदिर के बाहर काफी भगदड़ मच गई। भगदड़ का कारण बताया जा रहा है मंदिर में शॉर्ट सर्किट होना। इस शॉर्ट सर्किट में कई श्रद्धालु घायल हो गए और कई की मौत होने की भी बात सामने आ रही है।
भगदड़ की स्थिति बनी हुई है और श्रद्धालु पैदल मार्ग से उतरकर अपनी जान बचाने के लिए इधर से उधर भाग रहे थें और तेजी से नीचे की ओर बढ़ रहे थे। यह स्थिति पवन धाम हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर जाने वाली मार्ग की है। सरकार को करोड़ों की आमदनी देने वाली यह हरिद्वार जैसे तीर्थ स्थल की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है। जिनके परिजन की मौत हुई है और जिनके परिजन घायल हुए हैं उनका रो-रो कर हाल बुरा है। किसी तरह से हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त अपनी जान बचाकर सुरक्षित जगह पर पहुंच गए है ।
हरिद्वार से मधुबनी कुमार गौरव की रिपोर्ट