किसानों को ड्रिप इरिगेशन सिस्टम से मिला लाभ : कैमूर में 50 किसानों को लाखों का मुनाफा, जानें पूरी खबर
कैमूर : खबर है बिहार के कैमूर से जहां इरिगेशन सिस्टम को अपना कर किसानों को खेती करने से काफी फायदा मिल रहा है। बता दें कि उद्यान विभाग के द्वारा यह योजना चलाई जा रही है। किसानों को ड्रिप इरिगेशन सिस्टम के द्वारा खेती करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस पहल से किसान काफी खुश है।
2021 से अभी तक जिले में 158 एकड़ खेतों में या यूं कहें तो लगभग 50 किसान ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती करके इस योजना का लाभ ले रहे हैं। वहीं भभुआ की बात करें तो यहां किसान अंजनी सिंह के द्वारा ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती की जा रही है। वहीँ उद्यान विभाग के पदाधिकारी तबस्सुम परवीन, इंजीनियर अभिषेक श्रीवास्तव, प्रखंड उद्यान पदाधिकारी जयप्रकाश मिश्रा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया है कि ड्रिप इरिगेशन खेती करने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करने की भी सुविधा उपलब्ध है।
ड्रिप इरिगेशन सिस्टम है क्या -
आपको बता दें कि ड्रिप इरिगेशन सिस्टम सिंचाई की एक उम्दा तकनीक है जो पानी की बचत करता है। इस विधि में पानी बूंद-बूंद करके पौधे या पेड़ों की जड़ों पर सीधा पहुंचाया जाता है। पौधे की जड़े धीरे-धीरे पानी को सोखते रहते हैं। इस विधि में पानी के साथ ही उर्वरकों को भी सीधा पौधों के जड़ क्षेत्र में पहुंचाया जाता है जिसे फर्टिगेशन कहते हैं। ड्रिप सिस्टम से सिंचाई करने पर खेतो मे मेढ एवं नालियां बनाने की आवश्यकता नहीं होती है। जिससे किसानों को श्रम के साथ-साथ पैसे की भी बचत होती है। खेतो मे पौधों को जड़ के पास पानी देने से खरपतवार पर नियंत्रण रहता है।
बिहार के किसानों को फसल की सिंचाई के लिए कृषि विभाग कई तरह का अनुदान दे रही हैं.ड्रिप की सिंचाई के लिए सरकार यंत्र की खरीद पर 90 फीसदी तक अनुदान दे रही है। ड्रिप से सिंचाई करने से जहां उपज में भी बढोतरी होती है वहीं उसमें लागत में भी कमी आती है।