आंख है भरी-भरी और तुम 'मुस्कुराने' की बात करते हो : 'मुस्कराइए' कि JPSC परीक्षा में फिर धांधली हुई ! 'मुस्कराइए' कि छात्रों ने पुलिस की लाठियां खाई !

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राजभवन से बाहर निकलकर मुस्कराने की नसीहत देते अमिताभ चौधरी

लाठी खाकर JPSC के छात्रों की आंखें भरी-भरी हैं और JPSC के चेयरमैन अमिताभ चौधरी मुस्कुराने की बात कह रहे हैं। JPSC परीक्षा में धांधली के आरोपों पर राजभवन तलब किए जाने पर JPSC चेयरमैन अमिताभ चौधरी जब राजभवन से बाहर निकले तो हर सवाल के जवाब में सिर्फ इतना ही कहा- ‘मुस्कराते रहिए, निश्चिंत रहिए’

मंगलवार को रांची में छात्रों पर पुलिस की लाठियां बरसी

JPSC चेयरमैन अमिताभ चौधरी जिन सवालों पर मुस्कुराने की नसीहत दे रहे हैं, उन सवालों पर एक दिन पहले छात्र रांची की सड़कों पर पुलिस की लाठियां खा रहे थे। जिन सवालों पर अमिताभ चौधरी निश्चिंत रहने की नसीहत दे रहे हैं, उन सवालों पर एक दिन पहले छात्र सड़कों पर मोर्चा निकाल कर अपनी आवाज़ JPSC तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन छात्रों को क्या पता था कि JPSC चेयरमैन अमिताभ चौधरी जी के कान का पर्दा कमजोर है और वो गाड़ी के हॉर्न की आवाज़ से ही घबरा जाते हैं, छात्रों की ऊंची आवाज़ कैसे सुन सकते थे। खुद अमिताभ चौधरी ने मीडिया से बात करने के दौरान कहा कि ‘उनके कान का पर्दा कमजोर है।‘

हालांकि जेपीएससी के छात्रों की आवाज़ अमिताभ चौधरी के कानों तक भले ही नहीं पहुंची, लेकिन राजभवन तक पहुंच गई और फिर राजभवन ने जब आवाज़ लगाई तो एक आवाज़ में दौड़-दौड़े अमिताभ चौधरी को राजभवन जाना पड़ा। पीटी परीक्षा में धांधली के आरोपों पर सफाई देनी पड़ी और बाहर निकले तो सवालों के जवाब में तेरा मुस्कुराना गजब हो गया के अंदाज में निकल पड़े। अमिताभ चौधरी ने इतना जरूर कहा कि धांधली के आरोपों का जवाब JPSC की वेबसाइट पर मिलेगा।

परीक्षा में धांधली को लेकर क्या हैं आरोप

दरअसल इस बार 2021 में पांच साल बाद थोक भाव में 2017, 18, 19 और 20 के लिए सातवीं, आठवीं, नौवीं और दसवीं सिविल सेवा परीक्षा ली गई। 252 पदों के लिए पीटी परीक्षा ली गई। लेकिन बिना बवाल के परीक्षा हो जाए, तो जेपीएससी का रिकार्ड टूट जाएगा। सो पीटी परीक्षा का रिजल्ट पर बवाल मचा है। क्रमवार रौल नंबर वाले 33 अभ्यर्थियों को सफल करने का आरोप है। साथ ही रिमोट एरिया और होम टाउन में सेंटर देने का आरोप है।

हर बार परीक्षा विवादों में घिर जाती है

हालांकि पहली बार नहीं है, जब जेपीएससी की परीक्षा विवादों में आई, धांधली के आरोप लगे और छात्रों को लाठियां खानी पड़ी हो।20 साल में जेपीएससी ने1292 पदों के लिए सात परीक्षाएं लीं। छह परीक्षा में करीब54 मामले कोर्ट में चल रहे हैं। कुछ मामले हाईकोर्ट में चल रहे है तो कुछ की जांच सीबीआई कर रहा है। तत्कालीन अध्यक्ष और सदस्य के अलावा सचिव के खिलाफ भी कार्रवाई हुई है। जांच में जेपीएससी की कई परीक्षाओं में भारी गड़बड़ी की पुष्टि हो चुकी है। लेक्चरर नियुक्ति गड़बडी मामले में सीबीआई चार्जशीट भी दाखिल कर चुका है। इससे पहले वनरक्षी बहाली में भी आयोग पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। नीचे से ऊपर तक के लोगों पर कार्रवाई हो चुकी है। जेपीएससी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप प्रसाद तक को जेल जाना पड़ा है।सवाल है कि हर बारJPSC की परीक्षा धांधली और गड़बड़ी के आरोपों में क्यों घिर जाती है और हर बार छात्रों को सवालों के लिए सड़कों पर उतरकर लाठियां क्यों खानी पड़ती है...और धांधली के गंभीर आरोपों के बावजूद कोई मुस्कराने की नसीहत कैसे दे सकता है, वो भी तब जबJPSC की हर बार की यही कहानी है।


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