JPSC Civil Services Final Result- 2023 : जमशेदपुर की अंकिता कुमारी ने JPSC में 30वां रैंक हासिल कर शहर का नाम किया रोशन
जमशेदपुर : झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC)ने संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा-2023का परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिया है. इस परीक्षा के परिणामों में जमशेदपुर के टेल्को की रहने वाली अंकिता कुमारी ने 30वां रैंक हासिल कर न केवल अपने परिवार,बल्कि पूरे शहर का नाम रोशन किया है.
शादीशुदा महिला और तीन साल की बेटी की मां होने के बावजूद अंकिता ने अपनी कड़ी मेहनत,लगन और दृढ़ संकल्प के बल पर यह मुकाम हासिल किया है. उनकी यह उपलब्धि न सिर्फ महिलाओं,बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए एक प्रेरणा है. अंकिता कुमारी की कहानी किसी प्रेरणादायक फिल्म से कम नहीं है. टेल्को,जमशेदपुर में रहने वाली अंकिता की शादी को चार साल हो चुके हैं. उनकी तीन साल की एक बेटी भी है. घर-परिवार और मातृत्व की जिम्मेदारियों के बीच उन्होंने अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ा.
अंकिता बताती हैं कि पढ़ाई और कुछ बड़ा करने का सपना उनके मन में हमेशा से था. उन्होंने ठान लिया था कि वहJPSCकी परीक्षा पास करके अधिकारी बनेंगी और अपने परिवार व समाज के लिए एक मिसाल कायम करेंगी. अंकिता ने अपनी मेहनत को रात-दिन एक कर दिया. वे कहती हैं, "जब रात को घर के सारे लोग सो जाते थे,तब मैं पढ़ाई करती थी. रोज़ दो-तीन घंटे की पढ़ाई भी मेरे लिए बहुत मायने रखती थी. मैं खुद को मोटिवेट करती थी कि मेहनत का फल जरूर मिलेगा. रास्ता मुश्किल हो सकता है,लेकिन अगर मन में चाह हो,तो मंजिल जरूर मिलती है." उनकी यह बात उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो यह सोचती हैं कि शादी और मातृत्व के बाद उनके सपने पूरे नहीं हो सकते. अंकिता ने साबित कर दिखाया कि अगर दृढ़ इच्छाशक्ति हो,तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है.
अंकिता की इस सफलता में उनके पति अनुज कुमार का अहम योगदान रहा है. अनुज ने न केवल अंकिता के सपनों को समझा,बल्कि हर कदम पर उनका साथ भी दिया. अनुज कहते हैं, "अंकिता की पढ़ाई के प्रति लगन और मेहनत को देखकर मैंने कभी उन्हें रोका नहीं. मैंने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया. आज उनकी मेहनत रंग लाई है और मुझे उन पर गर्व है."
अंकिता की इस उपलब्धि ने पूरे टेल्को और जमशेदपुर में खुशी की लहर है. उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है. स्थानीय भाजपा नेता और पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार भी अंकिता के घर पहुंचे और उन्हें बधाई दी. दिनेश कुमार ने कहा, "अंकिता ने न केवल अपने परिवार,बल्कि पूरे जमशेदपुर का मान बढ़ाया है. उनकी यह उपलब्धि युवाओं,खासकर महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है. हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं."
अंकिता कुमारी की कहानी उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करने की राह में बाधाओं से डर जाते हैं. एक मां,पत्नी और गृहिणी होने के बावजूद उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया कि अगर मन में जुनून हो,तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है. उनकी यह उपलब्धि न केवल जमशेदपुर,बल्कि पूरे झारखंड के लिए गर्व का विषय है. अंकिता की इस सफलता ने यह भी दिखाया कि समाज में बदलाव लाने के लिए जरूरी है कि हम एक-दूसरे का साथ दें और अपने सपनों को कभी न छोड़ें. अंकिता अब न केवल एक मां और पत्नी हैं,बल्कि झारखंड की एक नई अधिकारी भी हैं,जो अपने कर्तव्यों के माध्यम से समाज की सेवा करेंगी.
जमशेदपुर से बिनोद केसरी की रिपोर्ट---