झारखंड विधानसभा में 75 वां वन महोत्सव का आयोजन : मुख्यमंत्री ने कहा, जलवायु परिवर्तन में पौधरोपण ही एकमात्र उपाय

Edited By:  |
Reported By:
jharkhand vidhansabha mai 75wan wan mahotsav ka aayojan jharkhand vidhansabha mai 75wan wan mahotsav ka aayojan

रांची : झारखंड विधानसभा परिसर में सोमवार को 75 वां राज्यव्यापी वन महोत्सव का आयोजन किया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि विधानसभा के अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा प्रांगण में पौधरोपण किया. कार्यक्रम में कई विधायक उपस्थित रहे.

इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज जल और जंगल यह दोनों हमारे लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है. खास करके यह पेड़ अत्यंत जरूरी है. इस बदलती जलवायु परिवर्तन में पौधारोपण ही एकमात्र उपाय है. उन्होंने कहा कभी ऐसा भी वक्त था जब इस राज्य में वृक्षारोपण की आवश्यकता नहीं होती थी. चारों तरफ जंगलों से भरा यह राज्य रहा है. लेकिन मौजूदा वक्त में विकास को बढ़ाने के लिए कई प्राकृतिक व्यवस्थाओं में व्यवधान आये हैं. उसी व्यवधान की भरपाई का यह प्रयास है. पर्यावरण का संरक्षित रहना नितांत आवश्यक है, यह हम सबका कर्तव्य है.

वहीं विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने कहा कि वृक्षारोपण अत्यंत जरूरी है. हमारे पूर्वजों के काल से ही वृक्षारोपण पर अत्यधिक ध्यान दिया जाता रहा है और आज की पीढ़ी को भी वृक्ष लगाने चाहिए. कोरोना के समय में हमने ऑक्सीजन के महत्व को भली-भांति समझा है तो अब हमें वृक्षारोपण के लिए जागरूक होना चाहिए.

इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने कहा कि जिसके पास जमीन है, वह पेड़ अवश्य लगायें और जिसके पास जमीन नहीं है, वे गमले में भी पौधे लगा सकते हैं क्योंकि यह हमें संदेश देता है कि कैसे हमारा जीवन इससे जुड़ा हुआ है. हमें खुशहाली देता है. उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि पेड़ पौधे अवश्य लगायें. वहीं कल्पना सोरेन ने विधानसभा के मानसून सत्र के संदर्भ में कहा कि यह सत्र हमारे लिए नया है और अंतिम भी है और पक्ष के हो या विपक्ष के सभी से हमें कुछ ना कुछ सीखने को मिलेगा. उन्होंने कहा कि सदन के पटल पर हम अपने विधानसभा क्षेत्र की कई समस्याओं को भी रखेंगे.