झारखंड विधानसभा का बजट सत्र : सदन में आज भोजनावकाश से पूर्व भाजपा विधायकों ने कई मुद्दों पर किया हंगामा, रामनवमी जुलूस पर सरकार से मांगा जवाब


रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के14वें दिन आज सदन की कार्यवाही शुरु हुई. भोजनावकाश से पूर्व सदन में आज भाजपा विधायकों ने कई मुद्दों पर हंगामा किया. रामनवमी जुलूस में डीजे बजाने पर प्रतिबंध को लेकर सदन में हंगामा होता रहा. विधायकों ने जय श्रीराम के नारे लगाते रहे. सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि सदन इस पर संज्ञान ले.
सदन में आज लंबित पड़े ध्यानाकर्षण की सूचनाएं भी ली गई. ध्यानाकर्षण के माध्यम से विधायक प्रदीप यादव ने सदन में शिक्षा से संबंधित सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि24महाविद्यालय हैं जो सेल्फ फाइनेंस पर चलते हैं और आज भी डेढ़ सौ करोड़ रुपए महाविद्यालय के फंड में है.
वहीं विधायक अनंत ओझा ने इससे संबंधित सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षा मानदेय पर विभाग में एकरूपता नहीं है. शिक्षा विभाग ही सृजित सही तरीके से नहीं हुआ है.
वहीं विधायक बिरंचि नारायण ने इससे संबंधित पूरक प्रश्न रखते हुए कहा कि सरकार सिर्फ प्रक्रियाधीन होने का जवाब देती है. हालांकि विभागीय मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि शिक्षा विभाग का गठन तब हो पाएगा जब पद सृजन होगा. विसंगति को देख लिया जाएगा. जब चारB.Edकॉलेज विश्वविद्यालय को ट्रांसफर हो जाएंगे तब सब व्यवस्थित हो जाएगा. विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री को निर्देशित करते हुए कहा कि एक चिट्ठी जारी हो जिसमें वेतन को लेकर समानता हो जाए. विधायक स्टीफन मरांडी ने भी कहा कि मानदेय में समरूपता होना चाहिए. प्रभारी मंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा कि सभी बीएड कॉलेजों को चिट्ठी जारी हो जाएगा.
सरकार ने वर्ष2019में ही सदन के माध्यम से आश्वस्त किया था कि जो कार्य आप लोगों ने वर्षों से नहीं किया हम लोग करेंगे. लेकिन उसमें आज तक भी कार्य नहीं हुए हैं. विधायक अनंत ओझा ने कहा कि उस समय हम आप के माध्यम से मंत्री आलमगीर आलम को धन्यवाद दे भी दिए थे. लेकिन आज फिर हम आग्रह करते हैं कि सरकार इस बारे में पुनर्विचार करे.
विधायक उमाशंकर अकेला ने सदन में जल संसाधन विभाग से संबंधित सवाल उठाया. कहा कि लोबिया जलाशय का सुंदरीकरण किया जाए और उस समय में जमा हो रहे पानी का संरक्षण सही तरीके से हो. पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने जवाब देते हुए कहा कि बहुत जल्द डैम के गेट के जीर्णोद्धार का काम शुरू हो जाएगा और जो भी समस्या है उसका समाधान हो जाएगा. विधायक उमाशंकर अकेला ने कहा कि2022में ही मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने उसी समय आश्वस्त किया था और यह भी कहा था कि1200डीप इरीगेशन के लिए बोरिंग लगाए जाएंगे लेकिन वह आज तक नहीं हुआ तो कैसे विश्वास करें कि यह कार्य पूरा हो जाएगा. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि उसके लिए भी ड्राफ्ट तैयार हो गए हैं. बहुत जल्द ही काम शुरू हो जाएगा.
विधायक सुदेश महतो ने कहा कि आज3दिन हो गए लेकिन सरकार की तरफ से जवाब नहीं आए. लाखों बेरोजगार युवाओं की सूची है और मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार आज जवाब देगी. बेरोजगार युवाओं को सरकार ने बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था. क्या अब तक एक भी युवाओं को बेरोजगारी भत्ता मिला है. विभागीय मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि उसका नाम बदलकर मुख्यमंत्री सारथी योजना कर दिया गया है और साल2022से यह कार्य शुरू किया गया है और कोरोना काल की वजह से यह हम लोग नहीं कर पाए थे.
मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि अप्रैल से यह शुरू हो जाएगा. विधायक सुदेश महतो ने कहा कि सरकार ने कहा था कि जो ग्रेजुएट है उन्हें5000से लेकर7000तक बेरोजगारी भत्ता सरकार देगी. लेकिन सरकार ने कोई भी प्रोत्साहन भत्ता नहीं दे और अब यह आगे कह रहे हैं कि मैं योजनाओं का नाम बदलकर15सौ से1हजार रुपये देने जा रहा हूं.
विधायक सरयू राय ने सदन में स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग से संबंधित सवाल पूछा. उन्होंने कहा कि क्या यह बात सही है कि दवा एवं उपकरणों की खरीद के लिए अप्रैल2020में जे एम एच आई डी पी सी एल निविदा प्रकाशित किया गया था और निवेदन इस वादन के उपरांत निविदा दाताओं को लेटर आफ एक्सेप्टेंस भेजा था. क्या यह बात सही है कि निविदा में न्यूनतम दर आने के बावजूद भारत सरकार के लोक उपक्रमों से उन्हें दवाओं की खरीद मनोनयन के आधार पर की गई. क्या यह बात सही है कि निविदा की न्यूनतम दर तथा उन्हें दवाओं के मनोनयन पर खरीद की दर में से2से4गुना तक का अंतर है. जिसके कारण राजकोष पर सौ से डेढ़ सौ करोड़ रुपए की चपत पड़ी है. क्या सरकार बताएगी की इस अवधि में कितनी दवाई मनोनयन के आधार पर खरीदे गए और उचित दर पर दवा खरीदने और राजकोष को करोड़ों रुपए की चपत लगाने वालों पर क्या कार्रवाई की गई है . अगर हां तो कब तक और नहीं तो क्यों नहीं
विभागीय मंत्री बन्ना गुप्ता उत्तर देने से पूर्व ही भाजपा के विधायक बेल में पहुंचे और रामनवमी जुलूस पर सरकार से जवाब मांगते हुए हो हल्ला करना शुरू कर दिये. जिसके बाद सदन की कार्यवाही अपराहन12:00बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
सदन की कार्यवाही अपराहन12:00बजे के बाद शुरू हुई. कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के विधायक पुनः बेल में पहुंचकर हंगामा करने लगे. रामनवमी जुलूस में डीजे बजाने पर प्रतिबंध को लेकर सदन में हंगामा होता रहा. जय श्रीराम के नारे लगाते रहे. सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि सदन इस पर संज्ञान ले. इस दौरान शून्यकाल की सूचनाएं सदन के पटल पर एक-एक कर रखी जाती रही.
विधायक नीरा यादव ने कहा कि हजारीबाग में6000लोगों पर एफ आई आर दर्ज हुए हैं और उन पर हुएf.i.r.वापस हो और डीजे बजाने पर जो प्रतिबंध लगे हैं प्रतिबंध को हटाया जाए.
हजारीबाग विधायक मनीष जयसवाल ने सदन के अंदर अपना ही कुर्ता फाड़ कर विरोध जताया.
विधायक सरयू राय ने सदन की अवमानना से संबंधित सवाल उठाते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री से हमने जो जवाब मांगा उससे संबंधित जवाब नहीं मिला.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आप कागज भिजवा दीजिए और यह आपका सवाल प्रोसिडिंग में आ गया है.
विधायक सरयू राय ने कहा कि यह बात स्पष्ट है और मुख्यमंत्री द्वारा निर्देशित किया गया है कि सरकार के खिलाफ सदन में सवाल नहीं आने चाहिए.