JHARKHAND NEWS : अंचल कार्यालयो में चल रहा पहले रिजेक्ट फिर सेलेक्ट करने का खेल

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RANCHI : रांची राजधानी के कार्यालयों में एक नया खेल चल रहा है. पहले दाखिल-खारीज के आवेदन को रिजेक्ट कर दिया जा रहा है और उसी आवेदन को जब दुबारा अप्लाई किया जा रहा है, तो उसे राजस्व कर्मचारी भा सलेक्ट कर ले रहे है. और सीओ की तरफ से दाखिल-खारीज भी कर दिया जा रहा है. जमीन का रकबा एक डिसमील हो या 100 डिसमील सभी के दाखिल-खरीज के लिए अंचल कार्यालय में बनाये गए एक सिस्टम को हर हाल में फॉलो करना पड़ रहा है. अगर आप इसके इतर जाते है, तो आपको रिजेक्ट कर दिया जायेगा.

पहला मामला- ओरमांझी अंचल से जुड़ा हुआ है, पहले यहा पर दायर एक म्यूटेशन को अंचलाधिकारी की तरफ से रिजेक्ट कर दिया गया और जब उसी खाता-प्लॉट का म्यूटेशन दुबारा अप्लाई किया गया, तो राजस्व कर्मचारी, सीई और सीओ साहब ने अवेदन को सेलेक्ट कर लिया और दाखिल-खारीज कर दिया गया. अब इससे क्या समझा जाए कि किसी चुक की वजह से पहली बार के आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया था या इसके पिछे कि वजह कुछ और रही होगी.

दुसरा मामला- यह मामला कांके अंचल कार्यालय का है यह अपने आप में काफी अनुठा मामला है. अंचल के खटंगा मौजा के एक जमीन की जमाबंदी रद्द और दाखिल-खारीज की रिपोर्ट राजस्व कर्मचारी ने मुखिया के रिपोर्ट के अधार पर लगा दी. अब आप सोच रहे होगे कि इसमें गलत क्या है गलत यह कि मुखिया नवंबर 2024 से जेल में बंद है फिर उसने कैसे अपनी रिपोर्ट राजस्व कर्मचारी को दी. सबसे मजे की बात यह है कि जेल में बंद मुखिया के रिपोर्ट के अधार पर दाखिल-खारीज कर दिया गया. अब ऐसा क्यो हुआ यह अपने आप में सोचने वाली बात है.