JHARKHAND NEWS : कोरोना के नए स्वरूप HMPV को लेकर स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर, उपचार हेतु सभी तैयारी पूरी

Edited By:  |
jharkhand news jharkhand news

चाईबासा : वैश्विक महामारी कोरोना के नए स्वरूप एचएमपीवी को लेकर स्वास्थ्य विभाग और जिले का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह हाई अलर्ट पर है. हालांकि इसे मामूली वायरल फीवर, सर्दी,खांसी बताया जा रहा है जो 2 से 3 दिनों में स्वत: ठीक हो जाएगा. यह वायरस भी मुख्य रूप से कोरोना का ही स्वरुप है जो श्वसन तंत्र और सांस संबंधी समस्या उत्पन्न कर सकती है. इसको लेकर दवा से लेकर उपचार तक की सभी व्यवस्था पूरी की जा रही है.

जिले के सिविल सर्जन डॉक्टर सुशांतो माझी ने खुलकर जियो,बिंदास जियो,मस्त रहो की तर्ज पर जिले के आम लोगों से इस बीमारी से परेशान नहीं होने और उपचार बचाव के साथ ही इस बीमारी को पैनिक नहीं करने की अपील की है.

हुमन मॅटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) को लेकर पश्चिमी सिंहभूम जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. सिविल सर्जन डॉ. सुशांतो कुमार माझी ने जिले के सभी अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट करते हुए गाइडलाइन जारी किया है. सभी अस्पतालों में इंफ्लुएन्जा निमोनिया रोगियों के उपचार के लिए पीपीइ किट,आइसोलेशन वार्ड,बेड,ऑक्सीजन बेड,वेंटिलेटर,ऑक्सीजन सिलिंडर आदि की व्यवस्था रखने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि यह रोग वैश्विक रूप से प्रसारित हो रहा है. इसके फ्लू जैसे लक्षण हैं.

सिविल सर्जन ने बताया कि इस वायरस से मनुष्य को घबराने की जरूरत नहीं है. इसमें हल्का बुखार,सर्दी-जुकाम,नाक में पानी आना,सिर दर्द,ठंड लगने आदि के लक्षण हैं. यह दो-तीन दिन तक रहता है. दवा खाने से मनुष्य ठीक हो जायेगा. किसी प्रकार का भय व भ्रांति की आवश्यकता नहीं है.

सदर अस्पताल में टेस्ट सैंपल लेने की व्यवस्थाः

सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल में वायरस से पीड़ित मरीजों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट सैंपल लेने की व्यवस्था है. सदर अस्पताल के साथ सीएचसी में दवा उपलब्ध है. हालांकि फ्लू कॉर्नर एक्टिवेट नहीं है. रोजाना सर्दी-जुकाम व बुखार के मरीजों की मॉनिटरिंग व पोर्टल पर रिपोर्ट अपलोड की जा रही है.

कर्मचारियों को मिला प्रशिक्षण,मरीज मिलने पर तुरंत इलाज शुरू होगा,अस्पताल के आइसीयू वार्ड में ऑक्सीजन बेड की सुविधा है. स्वास्थ्य कर्मचारियों को एचएमपीवी से निबटने का प्रशिक्षण दिया गया है. सिविल सर्जन ने सीएचसी के चिकित्सकों को निर्देश दिया है कि मरीज मिलने पर तुरंत उसकी जांच व उपचार करें. कोरोना काल के दौरान अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है. आइसीयू वार्ड में बेड ऑक्सीजन की सारी सुविधा व्यवस्था है.

चाईबासा से राजीव सिंह की रिपोर्ट----