झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कशिश न्यूज से कहा : झारखंड में राजनीतिक स्थिरता रहे, इसलिए नहीं खोला लिफाफा
रांची : झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस का तबादला हो गया है, अब वो महाराष्ट्र के राज्यपाल नियुक्त हुए हैं और वहां पदभार ग्रहण करने जा रहे हैं. झारखंड से रवाना होने से पहले राज्यपाल रमेश बैस ने कशिश न्यूज से खास बात की. झारखंड के विकास को लेकर अपने विजन को रखा और कहा कि यहां पर विजन की कमी की वजह से तीव्र गति से विकास नहीं हो पा रहा. हमने कोशिश की, जिसे यहां के अधिकारी आगे बढ़ा रहे.
झारखंड में अपार संभावनाएं
राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि झारखंड ऐसा राज्य है, जो बहुत खूबसूरत है. यहां पर जमीन के ऊपर और जमीन के अंदर अपार प्राकृतिक संपदा है. अगर उसका ठीक से उपयोग हो, तो ये राज्य विकसित हो सकता है, लेकिन विजन में कमी की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा. हमने अपने डेढ़ साल के कार्यकाल के दौरान विभिन्न विभागों से मंत्रियों और अधिकारियों से बात की. उनसे चर्चा की और बताया कि वो क्या कर सकते हैं. हमने जो सुझाव दिये, उन पर बहुत काम नहीं हो पाया, लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है कि आनेवाले दिनों में यहां के मंत्री और अधिकारी काम को आगे बढायेंगे.
मुख्यमंत्री को बताया था
झारखंड में चुनाव आयोग के लिफाफे को लेकर लगातार चर्चा हो रही है,जो अब तक नहीं खुला है. उसको लेकर सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि हम झारखंड में राजनीतिक अस्थिरता नहीं चाहते थे. हमने देखा कि झारखंड लंबे समय तक राष्ट्रपति शासन में रहा. ऐसे में मुझे लगा कि यहां की सरकार को काम करते रहने देना चाहिये. उन्होंने कहा कि इसको लेकर मैंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कह दिया था कि आप निश्चिंत होकर काम करें. हमारी तरफ से किसी तरह की कोई समस्या नहीं है.
हमारा एक दायरा है
राज्यपाल ने कहा कि हम एक संवैधानिक पद पर हैं और हमारा एक दायरा है. उसमें रह कर हम काम करते हैं. हमने वो करने की कोशिश की. मंत्रियों और अधिकारियों को समय-समय पर अपनी ओर से सुझाव दिया. कोई सवाल खड़ा हुआ,तो उनसे बात की. अपनी बात कही. अब मैं झारखंड से जा रहा हूं. यहां के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं. यहां सीपी राधाकृष्णन राज्यपाल बन कर आ रहे हैं. वो सुलझे हुए व्यक्ति हैं. झारखंड की बेहतरी के लिए जो होगा,करेंगे.
महाराष्ट्र में भी सुझाव दूंगा
राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि अब मैं महाराष्ट्र जा रहा हूं,जिस तरह से झारखंड में रह कर यहां के विकास के बारे में बात की. वैसे ही कुछ लगेगा,तो महाराष्ट्र की सरकार को सुझाव दूंगा,ताकि राज्य की बेहतरी हो. एक अन्य सवाल के जबाव में राज्यपाल ने कहा कि हमारे मन में कोई मलाल नहीं है,लेकिन झारखंड में बहुत कुछ हो सकता है. यहां के लोग उसके हकदार हैं. वो होना चाहिये.
अपराध से बाज आएं नेता!
राज्यपाल ने झारखंड में होनेवाले अपराध को लेकर भी चिंता जाहिर की और इशारों में बड़ी बात कही. बोले, जिस तरह से अपराध राज्य में होते हैं. अगर उन्हें अंजाम देनेवाले लोग समझ लें और वो रास्ता छोड़ दें, तो झारखंड की भला होगा. इसके पीछे राजनेता और जो अन्य लोग शामिल हैं. उन्हें समझना चाहिये. झारखंड प्राकृतिक संपदा से भरपूर है. साथ ही यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. धार्मिक और प्राकृतिक दोनों पर्यटन के तमाम क्षेत्र हैं, जिन्हें केवल विकसित कर दिया जाये, तो पूरे देश के लोग झारखंड में घूमने के लिए आएंगे. हालांकि अब कुछ काम यहां शुरू हुआ है. मुझे उम्मीद है कि आनेवाले दिनों में पर्यटक क्षेत्र विकसित होंगे.