जेलर पर लगा सनसनीखेज आरोप : कैदी की मौत पर परिजनों ने कहा सुसाइड नहीं... मर्डर है !
रांची- रांची के होटवार जेल में कैदी का फंदे से झूलता शव मिला है। मृतक के पैर पर लिखा था 'जेलर ने किया मर्डर' ! वहीं मृतक के पैर पर लिखी बात का जिक्र पंचनामा में भी नहीं है। मृतक के परिजनों ने जेलर पर लगाया हत्या करने का आरोप।
पूरा मामला राजधानी रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से है जहां अपहरण, हत्या और आर्म्स एक्ट के आरोपी न्यायिक बंदी 32 वर्षीय वीरेंद्र उर्फ बिरे उर्फ वीरेंद्र मुंडा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। वहीं कैदी के पैर पर बॉल पेन से लिखा हुआ था कि जेलर ने मर्डर किया है़।
वहीँ दूसरी ओर केंद्रीय कारा के जेलर मो नसीम ने इस मामले में कहा है कि कैदी वीरेंद्र मुंडा मानसिक रूप से बीमार था, वह कुछ भी कर सकता है। मजिस्ट्रेट के समक्ष ही मृत कैदी का पंचनामा किया। लेकिन मृतक के पैर पर लिखी बात का उल्लेख पंचनामा में नहीं किया गया। इसके बाद रिम्स में चिकित्सकों के बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया। इस पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करायी गयी है।
जानकारी मिल रही है की मृतक कैदी वीरेंद्र लापुंग थाना क्षेत्र के राइटोली का निवासी था़ पांच जुलाई 2021 से वह जेल में बंद था़ जेल प्रशासन के अनुसार, 15 नवंबर 2021 से उसका जेल अस्पताल में इलाज चल रहा था़ उसकी स्थिति ठीक नहीं रह रही थी.
उसकी उग्रता को देखते हुए उसे अलग सेल में रखा गया था़। कैदी ने सेल में लगे दरवाजे के साढ़े छह फीट की चौखट में ही गमछा का फंदा बनाकर फांसी लगायी ली है। जब इसकी जानकारी पहरा दे रहे दो कक्षपालों को मिली, तो उन्होंने तत्काल जेल प्रशासन को इसके बारे में सूचना दी़ इसके बाद अफरा-तफरी में रात में ही रिम्स भिजवाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया़।
बंदी वीरेंद्र उरांव कुछ दिनों से डिप्रेशन में था और वह विक्षिप्त की तरह व्यवहार कर रहा था़ उसके घर में कुछ दिनों पहले किसी की मौत हो गयी थी। इसके बाद से वह काफी परेशान रहने लगा था। अचानक ही कभी कभी उग्र हो जाया करता था़ इसी कारण उसे अन्य कैदियों से अलग करके दूसरे सेल में रखा गया।
वहीं मृतक के परिजनों ने जेलर पर ही आरोप लगाया है। उनका कहना है की जेलर ने ही हत्या करवाई है, इस मामले की पूरी जांच की जानी चाहिए।