जेडीयू - कांग्रेस के बीच पोस्टर वॉर ! : पटना की सड़क पर सियासत गुलजार, बाजी किसके 'हाथ' ?
PATNA : सियासत का सुपर संडे कह सकते हैं इसे आप। पटना की सड़क गवाह बनी है इसकी। सड़क पर ही वॉर छिड़ गया है। पोस्टर वॉर है ये । दरअसल पोस्टर के जरिए एक दूसरे पर सियासी वॉर करने की परंपरा पटना में नयी नहीं है लेकिन ये सियासत का दूसरा अंदाज है। यहां एक दूसरे पर वॉर नहीं बल्कि अपने-अपने नेताओं के सम्मान में पोस्टरों से पाटने की परंपरा का निर्वहन है। पटना एयरपोर्ट से लेकर ज्ञान भवन तक का इलाका इसका गवाह बना है। हालांकि पोस्टरों की होड़ में कौन आगे निकला ये आगे बताएंगे।
राजधानी पटना में आज दो बड़े सियासी कार्यक्रम आयोजित किए गये। पहला तो जेडीयू का खुला अधिवेशन तो दूसरा कांग्रेस के नये प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत समारोह। दोनों ही कार्यक्रम गांधी मैदान के इलाके में आयोजित किए गये। पहले बात करते हैं जेडीयू के खुला अधिवेशन की । इस अधिवेशन में बड़ी-बड़ी सियासी बातें हुई । कार्यक्रम में जेडीयू का आगे क्या कार्यक्रम है। किस तरह दिल्ली फतह करना है। आगे की क्या रणनीति है । इसका खुलासा हुआ। दरअसल ये कार्यक्रम भी नये अध्यक्ष के चुनाव से ही जुड़ा है। जेडीयू में फिर से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की ताजपोशी हुई है ऐसे में जेडीयू की तरफ से ये कार्यक्रम आयोजित हुआ।
अपने नये-नवेले अध्यक्ष के स्वागत में कार्यकर्ताओं ने पटना को बैनर-पोस्टरों से पाट दिया। पोस्टरों में जेडीयू कार्यकर्ताओं के द्वारा सीएम नीतीश कुमार को फिर से ललन सिंह को अध्यक्ष बनाने पर धन्यवाद दिया गया।जेडीयू के पोस्टर वीरचंद पटेल पथ स्थित पार्टी कार्यालय से शुरु होकर इनकम टैक्स गोलंबर और डाकबंगला चौराहा होते हुए गांधी मैदान स्थित श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल तक पटे पड़े नजर आए।
अब बात कांग्रेस की। कांग्रेस के नये प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर ताजपोशी के बाद पहली बार पटना पहुंचे अखिलेश कुमार सिंह का भव्य स्वागत किया गया। पटना एयरपोर्ट पर उन्हें रिसीव करने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उमड़ पड़े। एय़रपोर्ट से लेकर सभास्थल ज्ञान भवन तक रास्ते में दर्जनों जगह पर उनका जोरदार अभिनंदन किया गया। इस दौरान पूरा इलाका भी पोस्टरों से भरा पड़ा नजर आया। पोस्टरों में पार्टी कार्यकर्ता अपने नेता को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते नजर आए।
तो इस तरह से सुपर संडे को सुपर पोस्टर वॉर दिखा। दोनों ही पार्टियों ने अपने नये अध्यक्ष के स्वागत में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ा। लेकिन आखिर इस फ्रेंडली पोस्टर वॉर में बाजी किसके हाथ लगी इसकी बात करें तो कांग्रेस भारी नजर आयी । हालांकि मामला उन्नीस और बीस का ही नजर आया । कुल मिलाकर कहे तो पोस्टरों के मामले में कांग्रेस जेडीयू के उपर बीस पड़ी। बाकी सियासत में कौन आगे ये तो साल 2024 में ही तय होगा।
पटना से अनुराग की रिपोर्ट ...