Bihar News : IIM बोधगया में धूमधाम से मना जश्न-ए-आजादी का पर्व, स्वतंत्रता सेनानियों को किया गया याद

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 Jashn-e-Azadi celebrated with pomp at IIM Bodh Gaya  Jashn-e-Azadi celebrated with pomp at IIM Bodh Gaya

BODHGAYA :IIM बोधगया ने अपने परिसर में भारत की आज़ादी के 78 साल पूरे होने के उत्सव को हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस कार्यक्रम में छात्रों के साथ-साथ फैकल्टी एवं नॉन-फैकल्टी स्टाफ ने स्वतंत्रता की भावना का सम्मान करने और देश के बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक साथ भाग लिया।

78वां स्वतंत्रता दिवस पिछले 77 वर्षों में भारत की यात्रा को याद करते हुए उन संघर्षों, बलिदानों और उपलब्धियों को स्वीकार करता है, जिन्होंने राष्ट्र को आकार दिया है। 'हर घर तिरंगा' अभियान के समर्थन में संस्थान को तिरंगे रंग में सजाया गया था, जो नागरिकों से तिरंगे को घर लाने का आग्रह करता है।

कार्यक्रम की शुरुआत स्टूडेंट अफेयर्स चेयरपर्सन प्रो. श्रीलेखा मिश्रा के स्वागत भाषण से हुई। तत्पश्चात आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता एस. सहाय द्वारा ध्वजारोहण किया गया, जिसके बाद उपस्थित लोगों ने राष्ट्रगान गाया।

अपने संबोधन में आईआईएम निदेशक ने स्वतंत्रता दिवस के महत्व को बताते हुए अनुशासन की आवश्यकता एवं हमारी अपनी यात्रा के अनुसरण पर जोर देते हुए कहा कि नेतृत्व केवल दो चीजों पर आधारित है। पहला हमारे संगठन एवं राष्ट्र के प्रति हमारा दृष्टिकोण और दूसरा हमारा सेवा भाव।

यह उत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ जारी रहा, जिसमें पारंपरिक नृत्य, देशभक्ति गीत, गायन और नाटक शामिल रहे, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं।

उत्सव में आकर्षक "बैक टू स्कूल" प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला भी शामिल होने के साथ उनकी मेहनत और समर्पण को स्वीकार करने के लिए सिक्योरिटी स्टाफ के लिए एक रस्साकशी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसके बाद प्रतियोगिताएं हुईं, जिनमें सैक रेस, लेमन एंड स्पून रेस तथा एक पेंटिंग प्रतियोगिता के साथ-साथ अंत में फैकल्टी और छात्रों के बीच एक बैडमिंटन मैच शामिल रहा। इन आयोजनों में उपस्थित सभी की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।

स्वतंत्रता समारोह का समापन पुरस्कार वितरण के साथ हुआ, जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया गया एवं सभी ने एकता के मूल्यों को बनाए रखने तथा राष्ट्र की निरंतर प्रगति में योगदान देने की प्रतिज्ञा ली।

(बोधगया से मनोज सिंह की रिपोर्ट)