जब बेवफा हुआ पति तो वफा के दावे हुए उड़न छू : बच्चे को भी पहचानने से किया इनकार,अब डॉक्टर पत्नी दर दर की खा रही ठोकरें
कटिहार : कहते हैं कि तारीख बदलने से तवारीख नहीं बदलती...कहा ये भी जाता है कि आदमी के पास जब पैसा आता है...रुतबा आता है...शोहरत मिलती है तो वो तमाम रिश्तों और नातों को भुला देता है...हालांकि यह रुतबा और शोहरत कुछ दिनों की ही मेहमान होती है...लेकिन जब उसकी हनक सवार होती है ...तो कहां याद आता है परिवार...कहां याद आते हैं बच्चे..जिस बच्चे के लिए लोग तमाम तरह की दुआएं लेते हैं...परिवार में आने के बाद जो बच्चा आंखों का तारा होता है...उसकी चहक और उसकी मासूम मुस्कुराहट भी अपने स्वार्थ के आगे बेकार हो जाती है..
कटिहार का मामला भी ठीक उसी तरह का है...पांच साल तक जिस पत्नी के साथ जिंदगी बितायी...एक मासूम सी मुस्कुराहट देने वाले बच्चे का पिता बना..हमेशा सुख और दुख में साथ रहने की कसमें खायीं...वो तो आज एक झटके से बेवफा हो गया...अब कह रहा है कि वो ना तो पत्नी को पहचानता है और ना ही बच्चों को अपना नाम देने का अधिकार दे रहा है...मां दुख में है...अपनी जिंदगी कैसी बिताएगी...और इस बच्चे को कैसे पालेगी इस बात को लेक दुख में है...लेकिन इन सबसे अनजान ये पांच साल का मासूम खेलने में व्यस्त है...
उसे तो पता है कि उसका पिता तो डॉक्टर है...उसकी मां भी डॉक्टर है तो भला ऐसे में उसे जिंदगी में तकलीफ कहां है...लेकिन यहां तो हकीकत तो साफ उलट है...मां तो अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है...जिसे जन्म दिया है...उसका चौबीसों घंटे हाथ थामे खड़ी है...लेकिन जिस पिता ने जन्म दिया उसने तो अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिया है..वो तो बच्चे को पहचानने से भी इनकार कर रहा है....
अब जरा मामले को जानिए...
मामला कटिहार का है..हैरान और परेशान ये महिला डॉक्टर अपनी पति की खोज में यहां पहुंची है...उसका पति भी डॉक्टर है...शादी के बाद कुछ सालों तक सबकुछ ठीक ठाक था...शादी के बाद इन दोनों पति और पत्नी का एक पांच साल का बेटा भी है...लेकिन ना जाने किन कारणों से डॉक्टर पति अब पत्नी को साथ रखने से इनकार कर रहा है...वो ना तो उससे मिलना चाह रहा है...और ना ही अपने बेटे को पिता का नाम देना चाह रहा है...
आखिर क्यों पति ने मोड़ लिया मुँह
पत्नी दरभंगा में महिलाओं की डॉक्टर है...वो कहती है कि आखिर उसके पति ने उससे क्यों मुंह मोड़ लिया..ये उसे भी नहीं पता...वो कहती है कि बेशक वो उसे ना रखे लेकिन इस बच्चे को तो उसके पिता का नाम मिलना ही चाहिए...मासूम को तो पिता का प्यार मिलना ही चाहिए...दरभंगा में पोस्टेड इस महिला डॉक्टर को जब पति की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला तो वो महिला मंच की कुछ महिलाओं के साथ कटिहार पहुंच गई...
अब पत्नी मांग रही है हक
यहां आने के बाद जब उसने अपने पति से मिलना चाहा तो पहले तो पति ने मिलने से इनकार कर दिया...लेकिन काफी जिद के बाद वो सड़क पर ही उससे मिलने को तैयार हुआ...लेकिन यहां भी पत्नी की फरियाद काम नहीं आयी...और उसने महिला को अपनाने से इनकार कर दिया...अब ये महिला अपना हक मांग रही है...अपने बच्चे का हक मांग रही है...लेकिन उसे ये हक देने वाला कोई नहीं है...
रजनीश की रिपोर्ट