हॉस्पिटल में मिली कई खामियां : एसडीओ की अगुवाई में 4 सदस्यीय डॉक्टरों की टीम द्वारा राजेन्द्र क्लीनिक का निरीक्षण के बाद किया गया सील

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कोडरमा : झुमरीतिलैया स्थित राजेन्द्र क्लीनिक में प्रसव के बाद महिला की मौत के मामले में कार्रवाई तेज हो गई है. एसडीओ मनीष कुमार की अगुवाई में 4 सदस्यीय डॉक्टरों की टीम ने राजेन्द्र क्लीनिक का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान क्लीनिक में कई तरह की खामियां पाई गई. राजेन्द्र क्लिनिक को सील कर दिया गया है.

गौरतलब है कि तिलैया डैम की रहने वाली 24 वर्षीय कौशल्या देवी की प्रसव के बाद मौत हो गई थी और महिला की मौत के बाद क्लीनिक के संचालक और तमाम स्वास्थ्य कर्मी क्लीनिक छोड़कर भाग खड़े हुए थे. एसडीओ की अगुवाई में पहुंची डॉक्टरों की जांच टीम ने अस्पताल के अलग-अलग वार्ड के अलावे ऑपरेशन थिएटर,लेबर रूम और मेडिकल स्टोर का भी जायजा लिया. जांच टीम को हर जगह खामियां मिली. हॉस्पिटल में खास तौर पर सैनिटाइजेशन का अभाव पाया गया,इसके अलावा यह भी बात सामने आई कि इस अस्पताल में डॉक्टर के बजाय कंपाउंडर और नर्सिंग स्टाफ प्रसव के लिए आई महिला का ऑपरेशन करते थे.

आपको बता दें कि इससे पहले भी इस अस्पताल में इस तरह की लापरवाही सामने आती रही है और यहां इलाज के दौरान लापरवाही से कई मरीजों की मौत हो चुकी है. फिलहाल जांच के बाद हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है और जांच रिपोर्ट डीसी को सौंपी जाएगी. जांच के उपरांत एसडीओ मनीष कुमार ने बताया कि अस्पताल के निरीक्षण के बाद इसमें कई तरह की खामियां पाई गई है और यह क्लीनिक किसी भी रूप में संचालित करने योग्य नहीं है. उन्होंने कहा कि क्लीनिक के संचालक की लापरवाही के कारण महिला की मौत की बात सामने आई थी जिसके बाद डीसी के निर्देश पर एसडीओ के नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया था.

गौरतलब है कि इस अस्पताल के बाहर कई नामी-गिरामी डॉक्टरों के बोर्ड भी लगाए गए हैं,लेकिन उन डॉक्टरों का अस्पताल से कभी कोई संबंध नहीं रहा है. बड़े-बड़े डॉक्टरों के नाम पर इस अस्पताल में कंपाउंडर और नर्सिंग स्टाफ के द्वारा इलाज किए जाने की बात सामने आती रही है.