खेल-खेल में अटके प्राण : मासूम ने निगला सीटी, रोने की जगह आई 'पी..पी' की आवाज


गोपालगंज : बच्चों के हाथ जब भी कोई चीज आती है तो सबसे पहले वह उसे कौतूहल वश या यूं कहें तो अपनी प्रकृति के अनुसार ही सीधा मुंह में डाल लेते हैं। ऐसे में अक्सर ये सुनने को मिलता है कि अमूक बच्चे ने सिक्का निगल लिया तो कहीं बोतल का ढक्कन गले में फंस गया। शुक्रवार को कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है गोपालगंज से जिसे जान आप भी हैरान रह जायेंगे।
मामला गोपालगंज के माझागढ़ थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है जहां अचानक ही एक बच्चे की तबियत बिगड़ गई वह छटपटाने लगा। इसी बीच जब जब वह रोने की कोशिश करता तो रोने की आवाज की जगह सीटी की आवाज निकलने लगती। बच्चा जितनी जोर से रोता सीटी उतनी ही तेज बजने लगती। परिजनों ने जब बच्चे की इस हरकत को देखा तो सब हैरान परेशान हो गए।
आननफानन में सभी परिजन मासूम को सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने काफी जुगत लगाई लेकिन जब सीटी नहीं निकली तो उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। डॉक्टर्स को फेल होता देख परिजन भी घबरा गए। उसे एक निजी नर्सिंग होम लेकर गए जहां प्राइवेट स्वास्थ्य कर्मी राजकुमार ने कैथेटर की मदद से उसके गले में अटकी सीटी को सही सलामत बाहर निकाल दिया। सीटी के बाहर आते ही बच्चे और परिजनों ने चैन की सांस ली।
बताया जा रहा है कि डॉक्टर्स ने जांच के बाद परिजनों से पूछा कि सीटी आख़िरकार गले में अटकी कैसे ? तो उन्होंने बताया कि '' मेरा बेटा बच्चों के साथ सीटी बजाकर खेल रहा था, तभी सीटी हाथ से फिसलकर गले में अटक गई। सांस के रास्ते में सीटी के फंसे होने से दिक्कत आ रही है, सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है।