गिरीराज सिंह का नीतीश पर तंज : 'अपन बियाह नहीं दोसर के बरतुहारी ' PM मोदी का मुकाबला करने वाला अभी कोई नहीं ..

Edited By:  |
Reported By:
GIRIRAJ SINGH NE NITISH PER KIYA HAMLA. GIRIRAJ SINGH NE NITISH PER KIYA HAMLA.

Begusarai:-jdu की बैठक में सीएम नीतीश कुमार के द्वारा लोकासभा चुनाव 2024 में बीजेपी को 50 सीट पर समेटने की बयान पर बीजेपी के नेता तिलमिलाए हुए हैं और हाल तक नीतीश कैबिनेट में सहयोगी रहने वाले राज्य भाजपा के नेता के साथ ही केन्द्रीय मंत्री तक नीतीश कुमार के बयान पर पलटवार कर रहें हैं.सबसे बड़ा हमला केन्द्रीय मंत्री गिरीजराज सिंह ने किया है.

बेगूसराय में मीडिया से बात करते हुए केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि गांव में एक कहावत है अपन विवाह नहीं और दूसरे का बरतूहारी..यानी 15-20 साल तकर मुख्यमंत्री रहने वाली नीतीश कुमार की पार्टी आज तक अकेले चुनाव लड़ने का साहस बिहार में भी नहीं दिखा पाई है और वे देश के पीएम नरेन्द्र मोदी और बीजेपी को चैलेंज करने चलें हैं.2010 में जेडीयू को 85 सीट था आज घटते हुए 43 पर आ गए है.आज तक अकेले कभी चुनाव लड़कर के सत्ता में नहीं आए औकात दिखाने चले हैं नरेंद्र मोदी को। नरेंद्र मोदी देश के लिए जीता है और देश के लिए मरने के लिए तैयार रहता है.

वहीं गिरारीज सिंह ने कई अन्य मुद्दो पर भी बेबाक राय रखी.अल्पसंख्यक महिला के द्वारा गणेश पूजा करने पर फतवा के सवाल पर गिरीराज सिंह ने कहा कि यही कट्टरवादिता की निशानी है.जो समाज को जोड़ नहीं सकते..वे तोड़ने का काम करतें है।कोई भी धर्म जब कट्टरता की ओर जाता है तो यह उस धर्म का समझिए विनाश होना तय है। हिंदू धर्म एक ऐसा धर्म है जिसमें जो एकादशी करते वह भी हिंदू ..जो नहीं करते वह भी हिंदू। हम कभी बाध्य नहीं करते .कोई हिन्दु मस्जिद में पूजा कर ले तो हमें कोई एतराज नहीं होता. जब उनको यही इच्छा है वो करें। लेकिन अगर कोई महिला यह काम करती है गणेश पूजा और उसको आप फतवा जारी करते हैं.यही कट्टरवादिता की निशानी है कट्टरवादिता कभी समाज को जोड़ नहीं सकता तोड़ जरूर सकती है।

केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह असाउद्दीन ओवेसी पर भी जमकर हमला किया.गिरीराज ने कहा कि वे धर्म के नाम पर देश को बांटने की कोशिश करते हुए दूसरा जिन्ना बनने चाहते हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं कहता हूं हर व्यक्ति को अपने धर्म का सम्मान अपने धर्म के प्रति समर्पण होना चाहिए,ओवैसी को भी अपने धर्म के प्रति समर्पण और आस्था है इसके लिए धन्यवाद देता हूं लेकिन उनका समर्पण इतना है कि सर से तन को अलग करने का आंदोलन करते हैं. यह आंदोलन अपने धर्म के प्रति समर्पण होना चाहिए लेकिन यह आंदोलन देश के हित में नहीं है. यह ओवैसी पूरे देश में एक तरह से माहौल खराब करना चाहते हैं और यह मैं बार-बार कहता हूं जिन्ना के रास्ते पर चल रहे हैं देश को फिर से बांटने की कोशिश कर रहे हैं जो संभव नहीं है। इस देश को अब कोई तोड़ना चाहे बांटना चाहे ।हमें भी अपने धर्म के प्रति सम्मान है जितना किसी और को सम्मान होगा मैं उन सभी को अपने अपने धर्म के लिए धन्यवाद देते हैं।